मुंबई, छह नवंबर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत की संभावना के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और फार्मा शेयरों में भारी लिवाली से बुधवार को स्थानीय शेयर बाजारों में एक प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। इस दौरान प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स 901 अंक चढ़कर बंद हुआ।
बीएसई सेंसेक्स ने दूसरे दिन भी बढ़त जारी रखी और यह 901.50 अंक या 1.13 प्रतिशत बढ़कर 80,378.13 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सूचकांक 1,093.1 अंक या 1.37 प्रतिशत बढ़कर 80,569.73 अंक पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 270.75 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 24,484.05 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, लार्सन एंड टुब्रो, मारुति और रिलायंस इंडस्ट्रीज में उल्लेखनीय बढ़त हुई।
दूसरी ओर टाइटन, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक में गिरावट हुई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद वैश्विक बाजारों में राहत भरी तेजी देखी गई। ट्रंप के मजबूत जनादेश के साथ राजनीतिक अनिश्चितता कम हुई है। इससे कर कटौती और सरकारी खर्च में वृद्धि की उम्मीद बढ़ी है।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिका में आईटी खर्च बढ़ने की उम्मीद के कारण घरेलू सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में लाभ रहा।
नायर ने कहा, ‘‘आईटी कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों के अनुसार अमेरिका में बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र में खर्च बढ़ा है। यह भारतीय कंपनियों के लिए सकारात्मक है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की लाभ में रहा, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान के साथ बंद हुए।
यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में तेजी रही थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड दो प्रतिशत गिरकर 74.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,569.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,030.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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