ताजा खबरें | शाह ने पांच साल में मणिपुर में कुकी उग्रवाद की समस्या खत्म करने का संकल्प जताया

Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सरकार सभी कुकी उग्रवादी समूहों के साथ शांति वार्ता करेगी और अगले पांच साल में उनके मुद्दों का समाधान कर लिया जाएगा।

इंफाल, 23 फरवरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सरकार सभी कुकी उग्रवादी समूहों के साथ शांति वार्ता करेगी और अगले पांच साल में उनके मुद्दों का समाधान कर लिया जाएगा।

शाह ने मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक चुनावी रैली में कहा कि चूंकि पड़ोसी राज्य असम में बोडो उग्रवाद की समस्या हल हो गई है, इसलिए अब किसी भी कुकी युवक को हथियार नहीं उठाने होंगे।

कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट जैसे उग्रवादी संगठन मणिपुर में कुकी जनजाति के लिए एक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं। सरकार ने उनके साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (एसओओ) पर दस्तखत किये हैं।

शाह ने कहा, ‘‘हम पर भरोसा रखें, हम सभी कुकी संगठनों से बात करेंगे और सभी कुकी युवाओं को एक नया जीवन मिलेगा ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश, अपने क्षेत्र और मणिपुर के विकास में शामिल हो सकें।’’ शाह ने दावा किया कि असम में बोडोलैंड मुद्दा सुलझ गया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम उन्हें (बोडो विद्रोहियों को) विकास के पथ पर ले आए हैं और आज बोडो युवाओं के हाथ में हथियार नहीं हैं। इसके बजाय, उनके पास मोटरसाइकिल की चाबियां, उद्योगों की चाबियां और लैपटॉप हैं।’’

भाजपा नेता ने चुनावी रैली में कहा कि कार्बी क्षेत्रों में भी ऐसा ही किया गया है और पूर्वोत्तर में उग्रवाद से जुड़े 9,500 से अधिक लोगों ने आत्मसमर्पण किया है और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।

मणिपुर में लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता में वापस लाने के लिए लोगों से आग्रह करते हुए शाह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पिछले पांच वर्षों में राज्य को बंद और नाकेबंदी से मुक्त कराया है तथा राज्य को शांति और विकास के पथ पर ले जा रहे हैं।

शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए दावा किया कि पार्टी के शासन के दौरान राज्य को उग्रवाद, मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी, नाकेबंदी और भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था। ‘आई’ से शुरू होने वाले शब्दों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस के समय इनस्टेबिलिटी (अस्थिरता), इन्सर्जन्सी (उग्रवाद) और इनिक्वालटी (असमानता) की स्थिति थी। भाजपा शासन के दौरान, इनोवेशन (नवोन्मेष), इंफ्रास्ट्रक्चर (आधारभूत ढांचा) और इंटीग्रेशन (एकजुटता) हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस चाहती है कि पर्वतीय क्षेत्रों और घाटी के लोग एक-दूसरे के खिलाफ लड़ें जो कि उसकी राजनीतिक के अनुकूल है, जबकि भाजपा ने दोनों को विकास के पथ पर अग्रसर किया है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर को देश में खेल का सबसे बेहतरीन केंद्र बनाना चाहते हैं, युवाओं को मादक पदार्थ की लत और हथियारों से मुक्त करना चाहते हैं और उन्हें ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बनाना चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है, जबकि स्थानीय प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने के लिए राज्य के 16 जिलों में से प्रत्येक में ‘खेलो इंडिया’ केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने के लिए 10 एकड़ में फैले ‘ओलंपिक पार्क’ का निर्माण किया जाएगा ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट बन सकें।

मणिपुर में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 28 फरवरी और पांच मार्च को होंगे।

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