जरुरी जानकारी | देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी के दौरान नरम पड़ीं
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी के महीने में नरम पड़ गईं। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ने के बीच नए कारोबार में काफी धीमी गति से वृद्धि हुई। बृहस्पतिवार को जारी एक मासिक सर्वे में यह कहा गया।
नयी दिल्ली, तीन फरवरी देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी के महीने में नरम पड़ गईं। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ने के बीच नए कारोबार में काफी धीमी गति से वृद्धि हुई। बृहस्पतिवार को जारी एक मासिक सर्वे में यह कहा गया।
मौसमी रूप से समायोजित भारत सेवा व्यापार गतिविधियां सूचकांक जनवरी में मासिक आधार पर घटकर 51.5 रहा, जो दिसंबर में 55.5 था। यह पिछले छह महीने में विस्तार की सबसे धीमी दर की ओर इशारा करता है।
यह लगातार छठा महीना है जब सेवा क्षेत्र ने उत्पादन में विस्तार देखा । ‘परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स’ (पीएमआई) 50 से ऊपर गतिविधियों में तेजी को सूचित करता है जबकि 50 से नीचे गिरावट को बताता है।
सर्वेक्षण में भाग लेने वालों के अनुसार, कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के तेजी से प्रसार से देश के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाए जाने के कारण मांग में कमी आई है।
आईएचएस मार्किट की इकनॉमिक्स एसोसिएट निदेशक पॉलिएना डि लीमा ने कहा, ‘‘महामारी के बढ़ने और प्रतिबंधों को फिर से लगाए जाने से सेवा क्षेत्र के विकास पर नकरात्मक प्रभाव पड़ा। नए कारोबार और उत्पादन दोनों ही मामूली दरों पर बढ़े जो छह महीने में सबसे कमजोर थे।’’
इसके अलावा कंपनियों के बीच चिंता बढ़ी है और कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रतिबंधों को फिर से लागू करने और मुद्रास्फीति के दबाव से विकास को नुकसान होगा।
लिमा ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस की मौजूदा लहर कितने समय तक रहेगी, इस चिंता से व्यापार में विश्वास कम होगा और नौकरियों में कमी आएगी।’’
इस बीच समग्र पीएमआई उत्पादन सूचकांक जनवरी में 53.0 रहा। दिसंबर में यह 56.4 था। यह पिछले छह महीने की अवधि में सबसे धीमी दर को दर्शाता है।
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