मुंबई, एक सितंबर बीएसई सेंसेक्स में बुधवार को 214 अंक की गिरवट आयी। वैश्विक बाजारों में मजबूत रुख के बावजूद इन्फोसिस, एचडीएफसी और टीसीएस में नुकसान से बाजार नीचे आया। शेयर भाव उच्च स्तर पर पहुंचने के बीच निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय रिकार्ड नये उच्चस्तर 57,918.71 अंक तक चला गया था। लेकिन अंत में बढ़त बरकरार नहीं रही और सेंसेक्स 214.18 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,338.21 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 55.95 अंक यानी 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,076.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह रिकार्ड 17,225.75 अंक तक ऊपर चला गया था।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक करीब 3 प्रतिशत के नुकसान में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर रहा। इसके अलावा, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, टीसीएस, एचडीएफसी और इन्फोसिस में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक और टाइटन शामिल हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘जीडीपी आंकड़ा बेहतर रहने के बाद बाजार में अच्छी शुरूआत होने के बावजूद शेयर बाजार मुनाफावसूली के कारण शुरूआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये।’’
मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई। इसका कारण पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही का तुलनात्मक आधार नीचे होना और विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्रों का बेहतर प्रदर्शन रहा है।
वाहन क्षेत्र का प्रदर्शन स्थिर रहा। आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण अगस्त महीने में बिक्री में गिरावट रही।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सियोल लाभ में रहें। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार के दौरान तेजी का रुख था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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