चंडीगढ़, 24 दिसंबर : पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने लुधियाना जिला अदालत परिसर में हुए बम विस्फोट मामले की जांच कर उसके कारणों का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है. चन्नी ने कहा कि उन्होंने विस्फोट के कुछ घंटे बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की. इसके बाद केंद्र ने बम विस्फोट की जांच के लिए पंजाब में कुछ टीम भेजी हैं. लुधियाना की जिला अदालत परिसर में बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हो गये. इसके बाद पंजाब सरकार ने राज्य भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया. पुलिस को संदेह है कि अदालत परिसर की एक इमारत की दूसरी मंजिल के शौचालय में हुए विस्फोट में मारा गया व्यक्ति विस्फोटक लगाने की कोशिश कर रहा था, या फिर वह आत्मघाती हमलावर भी हो सकता है.
मुख्यमंत्री ने विस्फोट के मद्देनजर खुफिया तंत्रों के विफल होने की आशंकाओं को सिरे से खारिज करते हुए कहा, ‘‘ऐसा कुछ भी नहीं है. हम पूरी तरह से सतर्क हैं.’’ चन्नी ने बृहस्पतिवार को आशंका जतायी थी कि विस्फोट राज्य में ‘‘अराजकता’’ पैदा करने का प्रयास हो सकता है, जहां आने वाले समय में विधानसभा चुनाव होने हैं. चन्नी ने बाद में लुधियाना के मुल्लांपुरा दाखा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने, विस्फोट और पिछले कुछ दिनों में कथित बेअदबी की कोशिशों के आपस में जुड़े होने की बात कही. यह भी पढ़ें : गंगा ने बदला रुख, कटाव से प्रयागराज में माघ मेले के लिए बची कम जमीन
बेअदबी विवाद पर, उन्होंने कहा कि सरकार लुधियाना के एक गुरुद्वारे में बेअदबी के प्रयास के आरोप में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है. चन्नी ने कहा, ‘‘हमें बेअदबी का प्रयास या कोई अन्य सबूत नहीं मिला. एक व्यक्ति गुरुद्वारे की ओर भागा. इस मामले की जांच की जा रही है. इसको लेकर दर्ज की गयी प्राथमिकी में संशोधन किया जाएगा.’’