अमृतसर, दो अक्टूबर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने शनिवार को पंजाब पुलिस के जवानों की भर्ती में हुए कथित घोटाले की जांच सीबीआई से कराने और नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की।
मजीठिया के अनुसार आश्चर्यजनक है कि 560 उपनिरीक्षकों की भर्ती के लिए हुई परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की प्राथमिकी पटियाला में दर्ज होने के बावजूद अब तक पूरी प्रक्रिया को रद्द नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ अनाज मंडी पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी से स्पष्ट है कि उम्मीदवार के प्रश्नपत्र को परीक्षा केंद्र के बाहर हल किया गया।’’
मजीठिया ने कहा,‘‘यह स्पष्ट है कि कंप्यूटर को हैक किया गया और उम्मीदवारों ने भी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए गलत तरीके का इस्तेमाल किया। इस परीक्षा में कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल सहित 5,500 पदों के लिए सात लाख प्रत्याशी शामिल हुए।’’
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो जाने के बाद कि ‘‘यह पूरी तरह से भर्ती घोटाला’ था, इसके बावजूद सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरे घोटाले की जांच सीबीआई से या पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के पदस्थ किसी न्यायाधीश से कराने की मांग करते हैं। इस घोटाले का दायरा अन्य राज्य में भी फैला है और बडी संख्या में कांग्रेस नेता और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस घोटाले में शामिल हैं।’’
मजीठिया ने राज्य की कांग्रेस सरकार की इस मुद्दे पर ‘पूरी तरह से चुप्पी’ की निंदा करते हुए मांग की कि सभी उम्मीदवारों को दोबारा परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में शामिल होने के लिए उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए।
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