मुंबई, तीन अक्टूबर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को 14 पैसे टूटकर 83.96 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू मुद्रा में भारी गिरावट अस्थिर भू-राजनीतिक स्थिति के कारण कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और घरेलू शेयर बाजार में दो प्रतिशत से अधिक की भारी गिरावट के कारण हुई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, मजबूत अमेरिकी मुद्रा तथा चीन के बाजारों में तेजी से विदेशी कोषों की निकासी से रुपये की धारणा कमजोर हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.91 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.97 प्रति डॉलर के दिन के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में 14 पैसे की गिरावट के साथ 83.96 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.82 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजारों और मजबूत डॉलर के कारण रुपये में गिरावट आई। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने भी घरेलू मुद्रा पर दबाव डाला।
चौधरी ने कहा कि वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति तथा इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच डॉलर के मजबूत होने से रुपये में मामूली नकारात्मक रुझान के साथ कारोबार हो सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 101.91 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.13 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 1,769.19 अंक गिरकर 82,497.10 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 546.80 अंक टूटकर 25,250.10 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध रूप से 5,579.35 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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