नयी दिल्ली, 14 नवंबर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में बृहस्पतिवार को महापौर चुनाव के दौरान अराजकता की स्थिति देखने को मिली जब कांग्रेस पार्षदों ने आगामी दलित महापौर के लिए आवंटित कार्यकाल कम किए जाने के मुद्दे पर नारेबाजी की और आसन के समक्ष आ गए।
हंगामा उस समय शुरू हुआ जब पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने कार्यवाही शुरू की।
कांग्रेस पार्टी की नेता (एलओपी) नाजिया धनीश ने तुरंत आपत्ति जताई और दलित महापौर के लिए निर्धारित छोटे कार्यकाल की आलोचना की।
उन्होंने वर्तमान महापौर पर निर्धारित समय से अधिक समय तक पद पर बने रहने और दलित समुदाय के पूर्ण प्रतिनिधित्व के अधिकार का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
धनीश अन्य कांग्रेस पार्षदों के साथ सदन में महापौर के आसन के सामने चले गए और पीठासीन अधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग करने लगे।
जवाब में शर्मा ने कांग्रेस पार्षदों से अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह करते हुए कहा, “आप उनका सीमित कार्यकाल भी खराब कर रहे हैं”।
विरोध तब और बढ़ गया जब कांग्रेस सदस्यों ने आम आदमी पार्टी (आप) को निशाना बनाते हुए “दलित विरोधी केजरीवाल सरकार” का नारा लगाया।
इसके जवाब में आम आदमी पार्टी (आप) सदस्यों ने “केजरीवाल जिंदाबाद” के नारे लगाए।
गतिरोध जारी रहा और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए, जिससे चुनाव प्रक्रिया बाधित हुई।
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