खेल की खबरें | रूट का शतक, इंग्लैंड के पांच विकेट पर 314 रन

लंदन, 14 अगस्त कप्तान जो रूट की की शतकीय पारी से इंग्लैंड ने शनिवार को यहां भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन चाय तक पांच विकेट पर 314 रन बना लिये।

भारतीय गेंदबाजों को पहले सत्र में काफी संघर्ष करना पड़ा था लेकिन दूसरे सत्र में उन्होंने दो विकेट हासिल करने में सफलता हासिल की।

इंग्लैंड के पास इस तरह भारत के पहली पारी के 364 रन को पार करने का अच्छा मौका है जिससे अंतिम दो दिन उन्हें काफी मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा।

इंग्लैंड ने पहले सत्र में 97 और दूसरे सत्र में 98 रन जोड़े जिसमें रूट की भूमिका अहम रही जिन्होंने 22वां टेस्ट शतक पूरा किया और 132 रन बनाकर खेल रहे हैं जिसके लिये वह 237 गेंद खेल चुके हैं।

चाय तक रूट के साथ मोईन अली 20 रन बनाकर खेल रहे हैं।

दिन की पहली सफलता दूसरे सत्र में जॉनी बेयरस्टो (57 रन) के रूप में मिली जिन्हें मोहम्मद सिराज (71 रन देकर तीन विकेट) ने शार्ट गेंद पर आउट किया जबकि इशांत शर्मा (60 रन देकर एक विकेट) ने जोस बटलर (23 रन) को पवेलियन भेजा।

इंग्लैंड ने सुबह के सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया था।

सिराज ने हालांकि काफी शार्ट और वाइड गेंद फेंकी जिससे बल्लेबाजों ने चौके से काफी रन जुटाये।

रूट ने तीसरे दिन की शुरूआत से ही भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी जारी रखी और उन्हें दूसरे छोर पर बेयरस्टो के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला जिन्होंने अपना 22वां अर्धशतक पूरा किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिये 121 रन जोड़े और इस भागीदारी का अंत सिराज ने किया।

इंशात ने फुल लेंथ गेंद पर बटलर को बोल्ड किया।

इस बीच रूट ने तेजी से एक रन चुराकर अपना 22वां और श्रृंखला में दूसरा शतक पूरा किया। वह एक सत्र में पांच शतक जड़ने वाले इंग्लैंड के पहले कप्तान भी बन गये।

जसप्रीत बुमराह (20 ओवर में 62 रन) को छोड़कर कोई भी तेज गेंदबाज इन दोनों बल्लेबाजों को परेशानी में नहीं डाल सका जिससे इस जोड़ी ने इच्छानुसार चौके लगाये।

रूट ने सत्र की शुरूआत सिराज पर स्क्वायर ड्राइव से चौका लगाकर की जिससे वह श्रृंखला में लगातार तीसरी बार 50 से ज्यादा रन के स्कोर पर पहुंचे।

शमी (21 ओवर में 87 रन देकर एक विकेट) और सिराज की गेंदों पर शुरूआती आधे घंटे में छह चौके लग चुके थे।

शुरूआती आधे घंटे में केवल दो ओवर ही मेडन डाले जा सके जिसमें 54 रन बने जिससे पहले दो दिन तक दबदबा बनाने वाली भारतीय टीम अचानक से बैकफुट पर पहुंचने लगी।

रविंद्र जडेजा ने 14 ओवर फेंके लेकिन इससे भी कुछ मदद नहीं मिली।

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