BJP 44th Foundation Day: ‘अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है’- कपिल सिब्बल
राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने सामाजिक न्याय के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिबद्धता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधा और दावा किया कि इस सरकार के शासन ‘‘अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है.
नयी दिल्ली, 7 अप्रैल : राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने सामाजिक न्याय के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिबद्धता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधा और दावा किया कि इस सरकार के शासन ‘‘अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है.’’ भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर पार्टी सदस्यों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए कहा था कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है. विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा था कि ऐसे दलों की संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है.
उन्होंने कहा था, ‘‘जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है. कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है. खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है. भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज्यादा हासिल करने के लिए जी-जान से खप जाना.’’ सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सामाजिक न्याय के लिए जीती है और अक्षरश: इसका पालन करती है. जबकि तथ्य है-
1) 2012-2021 तक अर्जित धन का 40 प्रतिशत केवल एक प्रतिशत आबादी के पास गया.
2) 2022 में अडाणी की संपत्ति में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई . यह भी पढ़ें : Akanksha Dubey Suicide Case: भोजपुरी अभिनेत्री आकाक्षा सिंह की आत्महत्या के मामले में आरोपी सिंगर Samar Singh हुआ गिरफ्तार
3) 64 प्रतिशत जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) निचले तबके से 50 प्रतिशत आया, जबकि केवल चार प्रतिशत शीर्ष 10 प्रतिशत ने अदा किया.’’ सिब्बले ने कहा, ‘‘ अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है.’’ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की पहली और दूसरी सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे और उसी के समर्थन से एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने हाल में अन्याय से लड़ने के मकसद से ‘इंसाफ’ नामक एक मंच शुरू किया है.