Midday Meal in Schools: स्कूलों में मध्याह्न भोजन में सुधार के वास्ते सोलापुर में स्कूल की रसोइयों का कायाकल्प
स्कूलों में मध्याह्न भोजन में पोषण मानकों को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने कि भोजन साफ-सफाई से पकाया जाए, महाराष्ट्र के सोलापुर में जिला परिषद ने स्कूलों की रसोई में आमूलचूल परिवर्तन की शुरुआत की है और इसके लिए 2.5 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है.
पुणे, 10 मार्च : स्कूलों में मध्याह्न भोजन में पोषण मानकों को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने कि भोजन साफ-सफाई से पकाया जाए, महाराष्ट्र के सोलापुर में जिला परिषद ने स्कूलों की रसोई में आमूलचूल परिवर्तन की शुरुआत की है और इसके लिए 2.5 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है. एक अधिकारी ने बताया कि जिला परिषद की 'अमृत रसोई' पहल यह सुनिश्चित करेगी कि स्कूल की रसोई आवश्यक उपकरणों से लैस हो उसमें डाइनिंग टेबल, वॉटर प्यूरीफायर, गैस सिलेंडर, बर्तन और अन्य सामान हों.
करमाला के प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) मनोज राउत ने कहा कि जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले कुल 1500 स्कूल को इस पहल के दायरे में लाया जाएगा करमाला तहसील के 30 से 40 स्कूलों में प्रायोगिक तौर पर इसे लागू किया जा चुका है.
सोलापुर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनीषा अवहले ने स्कूलों के निरीक्षण के दौरान पाया कि रसोइयों की हालत खराब हैं और जिन परिस्थितियों में वहां खाना बनाया जा रहा है वह मानक के अनुरूप नहीं है इसके बाद उन्होंने यह पहल की. यह भी पढ़ें : New Blood Test to Detect Lack of Sleep: नींद की कमी का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने डेवलप किया नया ब्लड टेस्ट
जिला परिषद ने हाल ही में 'अमृत रसोई' परियोजना के लिए 2.5 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. अवहले ने ‘पीटीआई-’ को बताया ‘‘ मैंने पाया कि रसोई में आवश्यक बर्तनों, फ्रिज, मिक्सर ग्राइंडर और जल शोधक जैसे बुनियादी उपकरणों की कमी थी."