कोलकाता, 17 जनवरी : भूधंसाव से ग्रस्त जोशीमठ में स्थिति को ‘‘बहुत खतरनाक’ बताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने मंगलवार को कहा कि उत्तराखंड में इस छोटे-से पर्वतीय शहर के निवासी आपदा के लिए जिम्मेदार नहीं हैं तथा केंद्र को लोगों की रक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए क्योंकि पहले ही भूधंसाव का पूर्वानुमान जताया जा चुका है.
बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्द्धमान जिले में रानीगंज कोयला क्षेत्र में जोशीमठ जैसे हालात हो सकते हैं क्योंकि यह इलाका भी भूधंसाव के लिहाज से संवेदनशील है. मुख्यमंत्री ने कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कहा, ‘‘जब संभावित भूस्खलन की चेतावनी थी तो आवश्यक कदम क्यों नहीं उठाए गए? जोशीमठ में हालात बहुत खतरनाक हैं. हालांकि, इस पर्वतीय शहर के निवासी जिम्मेदार नहीं हैं. अगर कोई आपदा आती है तो लोगों की देखभाल करना सरकार का कर्तव्य है.’’ यह भी पढ़ें : Maharashtra Fire: ठाणे के एक अपार्टमेंट में लगी आग, दम घुटने से दादी-पोती की मौत
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को युद्ध स्तर पर कदम उठाने चाहिए ताकि लोगों को कष्ट न झेलने पड़ें.’’ बनर्जी अलीपुरद्वार के लिए रवाना हो रही थीं जहां उनका मेघालय जाने से पहले पार्टी के नेताओं से मिलने तथा सरकारी अधिकारियों के साथ बैठकें करने का कार्यक्रम है.