जरुरी जानकारी | रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति में नरम रुख से बाजार को मिली रफ्तार, सेंसेक्स 460 अंक चढ़ा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. नीतिगत ब्याज दरों को यथावत रखने के रिजर्व बैंक के फैसले से उत्साहित बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 460 अंक चढ़ गया, जबकि एनएसई का निफ्टी एक बार फिर 17,600 अंक के स्तर को पार कर गया।
मुंबई, 10 फरवरी नीतिगत ब्याज दरों को यथावत रखने के रिजर्व बैंक के फैसले से उत्साहित बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 460 अंक चढ़ गया, जबकि एनएसई का निफ्टी एक बार फिर 17,600 अंक के स्तर को पार कर गया।
कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख से भी घरेलू शेयर बाजारों को मजबूती मिली।
तीस शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स लगातार तीसरे कारोबारी दिवस में बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 460.06 अंक यानी 0.79 प्रतिशत चढ़कर 58,926 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 142.05 अंक यानी 0.81 प्रतिशत बढ़कर 17,605.85 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में टाटा स्टील 2.11 प्रतिशत वृद्धि के साथ सर्वाधिक लाभ में रही। इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे।
इसके उलट मारुति सुजुकी, नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा।
शेयर बाजारों में भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो दर को स्थिर बनाए रखने के फैसले का अनुकूल असर देखा गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि महामारी से अर्थव्यवस्था के उबरने में मदद के लिए वह सहयोगी भूमिका निभाना जारी रखेगा।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 5.3 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष के लिए 4.5 फीसदी रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा अगले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर के 7.8 प्रतिशत रहने का भी अनुमान जताया है।
शेयर बाजारों को मौद्रिक नीति समिति के ये अनुमान पसंद आए। इसके अलावा उन्हें सकारात्मक वैश्विक बाजारों से भी समर्थन मिला।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो के बाजार हल्की बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं यूरोप के शेयर बाजार दोपहर के सत्र में सकारात्मक दिशा में नजर आए।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत बढ़कर 91.62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
इसके बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार बिकवाल बने हुए हैं। शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को एफआईआई ने 892.64 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)