जरुरी जानकारी | रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे साल कोई वेतन नहीं लिया

नयी दिल्ली, सात अगस्त पेट्रोलियम से लेकर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्रों में कार्यरत रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे साल कोई वेतन नहीं लिया है। हालांकि, एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी के बच्चों को देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल होने के लिए ‘सिटिंग फीस’ और ‘कमीशन’ मिला है।

‘सिटिंग फीस’ कंपनी के निदेशक मंडल के स्वतंत्र सदस्यों को बैठकों में शामिल होने के लिए दी जाती है।

अंबानी (67) ने वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 तक अपने वार्षिक पारिश्रमिक को 15 करोड़ रुपये पर सीमित रखा था। वित्त वर्ष 2020-21 से उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण तबतक अपना वेतन छोड़ने का विकल्प चुना, जबतक कंपनी और उसके सभी कारोबार पूरी तरह से अपनी कमाई की क्षमता पर वापस नहीं आ जाते।

कंपनी की हालिया सालाना रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में उन्हें वेतन, भत्ते के साथ-साथ सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में ‘शून्य’ राशि मिली।

अंबानी 1977 से रिलायंस के निदेशक मंडल में शामिल हैं। अंबानी जुलाई, 2002 में अपने पिता और समूह के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद से चेयरमैन हैं। मुकेश अंबानी को पिछले साल ही रिलायंस के प्रमुख के रूप में अप्रैल, 2029 तक पांच साल के कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस अवधि के दौरान शून्य वेतन लेने का विकल्प चुना है।

पिछले साल उनकी पुनर्नियुक्ति के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगने वाले विशेष प्रस्ताव में कहा गया, “हालांकि, वह कारोबारी यात्राओं के दौरान यात्रा, भोजन और आवास के लिए किए गए व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए हकदार होंगे। इसमें जीवनसाथी और सहयोगी शामिल हैं।”

इसमें कहा गया था, “कंपनी अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करेगी और इसके लिए कंपनी द्वारा वहन किए गए खर्च को अनुलाभ नहीं माना जाएगा।”

अंबानी की संपत्ति 109 अरब डॉलर है। वह दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं।

उनके और उनके परिवार के पास रिलायंस के 332.27 करोड़ शेयर या 50.33 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी से उन्हें और उनके परिवार को 2023-24 के लिए 3,322.7 करोड़ रुपये की लाभांश आय प्राप्त होगी, जिसके लिए कंपनी ने 10 रुपये प्रति शेयर लाभांश घोषित किया है।

अंबानी के चचेरे भाइयों निखिल और हितल मेसवानी का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2023-24 में क्रमशः 25.31 करोड़ रुपये और 25.42 करोड़ रुपये हो गया। दोनों का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2022-23 में 25-25 करोड़ रुपये था। इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल है (जो पिछले दो वित्त वर्षों से यथावत है)।

कार्यकारी निदेशक पी एम एस प्रसाद का पारिश्रमिक बढ़कर 17.93 करोड़ रुपये हो गया। उन्हें 2022-23 में 13.50 करोड़ रुपये का वेतन मिला, जिसमें 2021-22 के लिए प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन शामिल हैं, जिसका भुगतान 2022-23 में किया गया था। वित्त वर्ष 2021-22 में उन्होंने 11.89 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक प्राप्त किया।

अंबानी की पत्नी नीता अंबानी 28 अगस्त, 2023 तक कंपनी के निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक थीं। उन्होंने दो लाख रुपये ‘सिटिंग फीस’ के रूप में और 2023-24 के लिए 97 लाख रुपये ‘कमीशन’ लिया।

उनके तीन बच्चों - ईशा, आकाश और अनंत को पिछले साल अक्टूबर में शून्य वेतन पर निदेशक मंडल में नियुक्त किया गया था। तीनों को ‘सिटिंग फीस’ के रूप में चार-चार लाख रुपये और ‘कमीशन’ के तौर पर 97 लाख रुपये मिले।

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