विदेश की खबरें | रिहा किए गए फलस्तीनी कैदियों को लेकर वेस्ट बैंक पहुंची रेड क्रॉस की बस
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों और इजराइल में फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के दूसरे दौर के तहत इन बंधकों और कैदियों को रिहा किया गया है।
हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों और इजराइल में फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के दूसरे दौर के तहत इन बंधकों और कैदियों को रिहा किया गया है।
अल बिरेह पहुंचने पर सैकड़ों लोगों ने रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति की बस का स्वागत किया। भीड़ ने बस के पहुंचते ही ‘‘अल्लाह हू अकबर’’ के नारे लगाए। बस की छत पर कई युवा पुरुष खड़े हो गए। भीड़ में मौजूद कई लेागों ने हमास के झंडे पकड़ रखे थे। उन्होंने हमास के समर्थन में नारेबाजी की।
इजराइली सेना ने कहा कि हमास द्वारा छोड़े गए बंधकों में चार लोग थाईलैंड के नागरिक हैं। इन बंधकों को इजराइल ले जाया गया है और उन्हें उनके परिवारों से मिलाया जा रहा है।
हमास ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें बंधक घबराए और कांपते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर की शारीरिक स्थिति ठीक प्रतीत हो रही है। वीडियो में नकाबपोश चरमपंथी उन्हें रेड क्रॉस के वाहन की ओर ले जाते दिख रहे हैं।
हमास ने इजराइल पर युद्ध विराम समझौते की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए बंधकों की रिहाई कई घंटों तक टाले रखी, जिसके कारण तनावपूर्ण गतिरोध पैदा हो गया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता प्रयासों से इस गतिरोध को अंतत: दूर कर दिया गया।
हमास ने इजराइल पर सात अक्टूबर को अप्रत्याशित हमला कर करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हमला किया। इजराइल और हमास के बीच चार दिवसीय युद्ध विराम के दौरान कुल 50 इजराइली बंधकों और 150 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है।
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