जरुरी जानकारी | बाजार में रिकॉर्डतोड़ तेजी का सिलसिला थमा, मुनाफावसूली से सेंसेक्स 739 अंक फिसला
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मुंबई, 19 जुलाई माइक्रोसॉफ्ट के तकनीकी व्यवधान की वजह से वैश्विक बाजारों में बिकवाली के रुझान और घरेलू स्तर पर चार दिनों की रिकॉर्ड तेजी के बाद मुनाफावसूली का जोर रहने से शुक्रवार को मानक सूचकांक सेंसेक्स 739 अंक नीचे आ गया और निफ्टी भी नुकसान में रहा।
कारोबारियों ने कहा कि दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आई गिरावट ने भी बाजार को नीचे लाने का काम किया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 738.81 अंक यानी 0.91 प्रतिशत टूटकर 81,000 अंक से नीचे 80,604.65 पर बंद हुआ। हालांकि शुरुआती कारोबार में यह 81,587.76 के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था लेकिन मुनाफावसूली के दबाव में यह टूट गया।
कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 844.36 अंक गिरकर 80,499.10 पर आ गया था। सेंसेक्स ने बृहस्पतिवार को पहली बार 81,000 अंक का आंकड़ा छुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 269.95 अंक यानी 1.09 प्रतिशत गिरकर 24,530.90 पर बंद हुआ। यह शुरुआती दौर में 24,854.80 के अपने नए रिकॉर्ड शिखर पर पहुंच गया था लेकिन बाद में यह कमजोर पड़ गया। कारोबार के दौरान एक समय यह 292.7 अंक गिरकर 24,508.15 पर आ गया था।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम में व्यवधान की वजह से वैश्विक स्तर पर बिकवाली का जोर रहने से घरेलू बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। इस तकनीकी व्यवधान ने कई भारतीय उद्योगों में कामकाज को भी प्रभावित किया है। अगले हफ्ते बजट आने के पहले बाजार में मुनाफावसूली का जोर रहा।"
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टाटा स्टील में पांच प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि जेएसडब्ल्यू स्टील का शेयर भी लगभग पांच प्रतिशत टूट गया। टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज अन्य प्रमुख पिछड़े हुए शेयर रहे।
दूसरी तरफ दिग्गज सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस के सकारात्मक नतीजों से इसके शेयरों में करीब दो प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। आईटीसी, एशियन पेंट्स और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए।
बीएसई मिडकैप सूचकांक 2.31 प्रतिशत टूट गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 2.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सभी क्षेत्रवार सूचकांक गिरकर बंद हुए जिनमें धातु खंड में सर्वाधिक 4.11 प्रतिशत की गिरावट रही। कमोडिटी खंड में 3.07 प्रतिशत, तेल एवं गैस खंड में 2.87 प्रतिशत और बिजली खंड में 2.67 प्रतिशत की गिरावट रही।
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स 85.31 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की बढ़त रही जबकि एनएसई निफ्टी 28.75 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की बढ़त पर रहा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "पिछले कारोबारी सत्र में हासिल अपनी बढ़त को बाजार ने मुनाफावसूली के चलते गंवा दिया। बजट आने के पहले की यह गिरावट सतर्कता बरतने का संकेत देती है।"
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट पर रहे जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुआ।
यूरोपीय बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट का रुख रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत गिरकर 85.05 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 5,483.63 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी।
सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 626.91 अंक उछलकर 81,343.46 के नए उच्च स्तर और निफ्टी 187.85 अंक चढ़कर 24,800.85 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ था।
प्रेम
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