ताजा खबरें | राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों का हंगामा, कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. विभिन्न मुद्दों पर शिवसेना सहित अन्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नयी दिल्ली, एक अगस्त विभिन्न मुद्दों पर शिवसेना सहित अन्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से सोमवार को राज्यसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर कई विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्य महंगाई पर चर्चा की मांग के साथ शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत की गिरफ्तारी का भी विरोध कर रहे थे।
हंगामे के बीच ही पीठासीन उपाध्यक्ष भुवनेश्वर कालिता ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया।
सदन में शोरगुल के बीच ही सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों के कामकाज में सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती और वे अपना काम रही हैं। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि बहुत महत्वपूर्ण विधायी कामकाज होने हैं और महंगाई पर भी चर्चा होनी है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे और आज लोकसभा में इस पर चर्चा होनी है जबकि यहां मंगलवार को चर्चा होगी।
इस पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महंगाई पर चर्चा कराने की जरूरत पर बल देते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष की निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्य कई मुद्दे उठाना चाहते हैं, उनमें गुजरात में 100 लोगों से अधिक की मौत का मुद्दा भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘जो मुद्दे हमने रखे हैं, उनका जिक्र तक नहीं किया गया... महंगाई पर चर्चा हो, इसके लिए हम सतत कोशिश कर रहे हैं।’’
इस दौरान सदन में हंगामा जारी रहा और कालिता ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह समय सदस्यों का है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन के नेता गोयल ने घोषणा की है कि महंगाई के विषय पर कल उच्च सदन में चर्चा होगी।
सदन में इसके बाद भी शोरगुल जारी रहा और आसन ने 12 बजकर करीब 40 मिनट पर कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के लिए केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह का नाम पुकारा। सिंह अभी अपनी सीट पर खड़े होकर बोल ही रहे थे कि शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आकर हंगामा और नारेबाजी करने लगे।
नायडू ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह जिस मामले को लेकर हंगामा ओर नारेबाजी कर रहे हैं, उसका सदन से कोई लेना देना नहीं है।
इस दौरान कई अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
सभापति ने शिवसेना सदस्य अनिल देसाई का नाम ले कर कहा कि वह हंगामा न करें और सदन की कार्यवाही चलने दें। उन्होंने कहा, ‘‘आप सदन के बाहर अपना राजनीतिक हिसाब किताब करें।’’
हालांकि, इसके बावजूद सदस्यों का हंगामा जारी रही जिसे देखते हुए सभापति ने कार्यवाही पांच मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में शिवसेना सदस्य संजय राउत को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हुआ है और विभिन्न मुद्दों पर हंगामे की वजह से कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है।
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