देश की खबरें | राजस्थान: डोटासरा ने उपचुनाव में किसी क्षेत्रीय दल के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज किया

जयपुर, 21 अक्टूबर कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य में सात विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में किसी क्षेत्रीय दल के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि सातों सीट पर पार्टी की तैयारी पूरी है और उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली गई है।

यहां पार्टी के ‘वार रूम’ में समन्वय समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि प्रदेश इकाई ने सभी सात सीट पर प्रत्याशियों की सूची तैयार कर ली है और अंतिम फैसला दिल्ली में पार्टी आलाकमान करेगा।

इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने नागौर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) और सीकर सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठबंधन किया था।

पिछले साल विधानसभा चुनाव में नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट जीतने वाले आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल इस साल नागौर संसदीय सीट से सांसद चुने गए जिसके बाद खींवसर विधानसभा सीट खाली हो गई है।

खींवसर सीट पर कांग्रेस-आरएलपी गठबंधन की अटकलें थीं लेकिन डोटासरा ने आज साफ कर दिया कि प्रदेश कांग्रेस समिति किसी भी गठबंधन पर विचार नहीं कर रही।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सभी सात सीट के लिए नामों का सूची दिल्ली ले जाएंगे और पार्टी आलाकमान से चर्चा के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी।

भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के विधायक राजकुमार रोत के बांसवाड़ा सीट से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद चौरासी विधानसभा सीट खाली हो गई थी। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में बीएपी के साथ किसी गठबंधन की घोषणा नहीं की थी, लेकिन बांसवाड़ा से अपने उम्मीदवार से नामांकन वापस लेने को कहा था।

यह कदम बीएपी को समर्थन देने के उद्देश्य से उठाया गया था, हालांकि कांग्रेस उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा।

डोटासरा ने कहा, ‘‘सातों सीट पर हमारी तैयारी पूरी है। हमने उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा कर ली है। प्रदेश स्तर पर हमारा किसी दल से कोई गठबंधन नहीं है, हम सातों जगह चुनाव लड़ रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब पार्टी आलाकमान कोई निर्देश दे, कोई फैसला करे उससे हम बंधे हुए हैं लेकिन कांग्रेस की प्रदेश इकाई की तरफ से न तो हम लोगों ने कोई बात की है, न उन लोगों ने कोई बात की है। ऐसे में गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता।’’

डोटासरा ने विश्वास जताया कि पार्टी सभी सात विधानसभा सीट पर जीत हासिल करेगी।

रंधावा की अध्यक्षता में हुई बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और अन्य नेता भी शामिल हुए।

रंधावा ने कहा, ‘‘हमने आज सूची तैयार कर ली है। दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी उसमें इस पर विचार होगी। कांग्रेस पूरे जोश से चुनाव लड़ेगी और जीत कर आएगी।’’

राज्य की सात विधानसभा सीट- झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हुई और नामांकन भरने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है।

राज्य विधानसभा में कुल 200 सीट हैं जिनमें से पांच सीट विधायकों के सांसद बनने के कारण और दो सीट विधायकों के निधन के कारण खाली हैं।

जिन सात विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं उनमें झुंझुनू सीट कांग्रेस के विधायक बृजेंद्र ओला, दौसा सीट कांग्रेस के विधायक मुरारीलाल मीणा, देवली-उनियारा सीट कांग्रेस के विधायक हरीश चंद्र मीणा, खींवसर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक हनुमान बेनीवाल और चौरासी सीट भारत आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत के इस्तीफा देने के कारण खाली हुई हैं।

इन सभी विधायकों ने इस साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया था।

वहीं राज्य की रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान और सलूंबर सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के कारण खाली हुई हैं। इस तरह जिन सात सीट पर उपचुनाव होना है उनमें से चार कांग्रेस के पास थीं।

राज्य विधानसभा में इस समय भारतीय जनता पार्टी के 114, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी के तीन, बहुजन समाज पार्टी के दो और राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक है। इसके अलावा आठ निर्दलीय विधायक हैं।

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