देश की खबरें | राजस्थान विधानसभा का सत्र बृहस्पतिवार से, कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव नहीं लाएंगे मेघवाल

जयपुर, आठ सितंबर राजस्थान विधानसभा का सत्र बृहस्पतिवार को फिर से शुरू हो रहा है जिसके हंगामेदार रहने की संभावना है। इस सत्र में विपक्ष द्वारा राज्य की कांग्रेस सरकार को कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति में कमी तथा किसानों के मुद्दे पर घेरे जाने की संभावना है।

इस बीच मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अपने वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल को बुधवार को मना लिया और उन्होंने पार्टी विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव अब नहीं लाने की घोषणा की है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व राजस्थान प्रभारी अरूण सिंह दो दिन के संगठनात्मक प्रवास पर बुधवार दोपहर जयपुर पहुंचे और उन्होंने पार्टी मुख्यालय में मेघवाल के साथ लंबी मंत्रणा की। उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता कटारिया के खिलाफ विधायक दल की बैठक में निंदा प्रस्ताव नहीं लाने के लिए मेघवाल को मना लिया। यह बैठक बृहस्पतिवार को सुबह दस बजे होगी।

मेघवाल ने बुधवार शाम सिंह के साथ बैठक बाद कहा, ‘‘इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की है। पार्टी के हित में काम करना है। पार्टी को आगे बढ़ाना है। इसलिए कल निंदा प्रस्ताव लाने का विचार मैंने छोड़ दिया है।’’ उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अब तो हमें मिलकर कांग्रेस से लड़ना है।

उल्लेखनीय है कि छह बार के विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने विधानसभा में पार्टी दल के नेता गुलाब चंद कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को पत्र लिखा था। उन्होंने कटारिया के खिलाफ एक पत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को भी भेजा था। पूनियां को भेजे पत्र में मेघवाल ने कहा था कि वह विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव रखेंगे।

पत्र में लिखा गया था कि प्रस्ताव में यह कहा जाएगा, ‘‘यह बैठक नेता प्रतिपक्ष द्वारा महाराणा प्रताप के लिए उपयोग किए गए अपमानजनक शब्दों, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के बारे में अनर्गल बयान और इसके कारण पिछले तीन उपचुनाव में वोटों के क्षरण के कारण हुई हानि के कारण नेता प्रतिपक्ष की निंदा करती है।’’

वहीं भाजपा की राजस्थान इकाई में अंदरूनी कलह सामने आने पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को भाजपा को ऐसी अनुशासनहीन पार्टी करार दिया जिसमें मुख्यमंत्री पद के छह छह उम्मीदवार हैं।

कटारिया के खिलाफ मेघवाल के पत्र पर टिप्पणी करते हुए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मेघवाल ने महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। खाचरियावास ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हालांकि यह उसका आंतरिक मामला है लेकिन मेघवाल ने जो सवाल उठाए हैं वे महत्वपूर्ण हैं।’’

स्वास्थ्य मंत्री डा़ रघु शर्मा ने कहा कि विपक्षी दल भाजपा में आंतरिक कलह स्पष्ट रूप से सामने आ गई है। शर्मा ने कहा, “जिस तरह के हालात बने हैं वे स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि भाजपा अनुशासनहीन पार्टी है। भाजपा में मुख्यमंत्री पद के ही छह-छह दावेदार हैं।”

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जनित महामारी के कारण राजस्व आय में गिरावट के बावजूद अशोक गहलोत सरकार ने राज्य में विकास कार्यों को बाधित नहीं होने दिया है।

वहीं राजस्थान विधानसभा का सत्र बृहस्पतिवार को फिर शुरू हो रहा है जिसके हंगामेदार रहने की संभावना है। इस सत्र में विपक्ष द्वारा कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति में कमी तथा किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरे जाने की संभावना है।

विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ‘‘इस बार भी सत्ता पक्ष पर हम हमलावर रहेंगे। महिलाओं पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं। कानून व्यवस्था जर्जर हुई है। बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।’’

विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही 19 मार्च को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित की गई थी।

वहीं भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मीणा युवाओं से कोरोना काल में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों द्वारा वसूल की गई फीस को वापस दिलाने की मांग को लेकर 13 सितम्बर को विधानसभा के पास प्रदर्शन करने की घोषणा की है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)