राहुल गांधी अमेठी से भाग गये, वायनाड में भी उन्हें कड़ी टक्कर मिलेगी: रविशंकर प्रसाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर अमेठी से फरार होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें वायनाड में भी कड़ी टक्कर मिलेगी.
पटना, 3 अप्रैल : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर अमेठी से फरार होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें वायनाड में भी कड़ी टक्कर मिलेगी. उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह भी आरोप लगाया कि गांधी केरल के निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में ‘‘मुसलमानों और ईसाइयों की भारी संख्या के कारण’’ वहां से चुनाव लड रहे हैं, पर उन्हें वहां भी कड़ी टक्कर मिलेगी. भाजपा नेता ने कहा ,‘‘ राहुल गांधी अमेठी से क्यों भाग गये. उन्होंने वहां से चुनाव जीता था. इससे पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके पिता और दिवंगत चाचा संजय गांधी ने किया था. उन्हें वहां से चुनावी लड़ाई में उतरने का साहस करना चाहिए था.’’
जहां भाजपा ने घोषणा कर दी है कि ईरानी अमेठी से फिर से चुनाव लड़ेंगी, वहीं कांग्रेस ने अभी तक इस सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. फलस्वरूप अटकलें लगाई जा रही हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद गांधी इस बार यहां से चुनावी मैदान में उतरने को अनिच्छुक हो सकते हैं. प्रसाद ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि राहुल गांधी ने वायनाड को क्यों चुना. ऐसा इसलिए है क्योंकि वहां मुसलमानों और ईसाइयों की भारी संख्या है... लेकिन सर्वेक्षण बताते हैं कि इस बार उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है.’’ यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर : डीजीपी ने शहीद अधिकारी के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अपराध के खात्मे की खाई कसम
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी को वायनाड में त्रिकोणीय लड़ाई का सामना करना पड रहा है क्योंकि वहां उनकी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाकपा की एनी राजा हैं. भाजपा ने अपनी प्रदेश इकाई प्रमुख के सुरेंद्रन को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारकर टक्कर को और भी दिलचस्प बना दिया है. वैसे भाजपा इस दक्षिणी राज्य में एक बड़ी ताकत के रूप में उभरने में कामयाब नहीं हो सकी है. नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सुरेंद्रन के साथ ईरानी के बृहस्पतिवार को वायनाड में रहने की संभावना है. राहुल गांधी ने एक शानदार रोड शो के बाद बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
अयोध्या विवाद मामले में ‘‘राम लला’’ वकील रहे प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सनातन संस्कृति का सम्मान करती है लेकिन राहुल गांधी जैसे कांग्रेस नेताओं ने वोट बैंक की राजनीति के कारण ‘‘प्राण प्रतिष्ठा’’ के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘बुधवार को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए जमुई में होंगे, तो वह लोगों को बताएंगे कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में क्या हासिल किया है और वह भविष्य में क्या करने का प्रस्ताव रखती है.’’ प्रसाद ने कहा कि दूसरी ओर ‘इंडिया’ गठबंधन के पास लोगों को बताने के लिए कुछ भी नहीं है इसलिए वह लोकतंत्र, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका और चुनाव आयोग को लेकर तथाकथित खतरों के बारे में दुष्प्रचार करता रहता है. प्रसाद पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद भी हैं. वह पटना साहिब से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.