देश की खबरें | मथुरा में धूमधाम से मनाया गया राधारानी का जन्मोत्सव
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मथुरा (उप्र), 23 सितंबर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के समान ही राधारानी का जन्मोत्सव (राधाष्टमी का पर्व) आस्था एवं विश्वास के साथ धूमधाम से मनाया गया।
देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मथुरा-वृन्दावन-बरसाना-रावल जैसे तीर्थस्थलों पर पहुंचे। जिस प्रकार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धालुओं का मुख्य आकर्षण मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मंदिर होते हैं, उसी प्रकार राधाष्टमी के पर्व पर सबसे ज्यादा श्रद्धालु बरसाना के लाडली जी (राधारानी का मंदिर) पहुंचते हैं। शुक्रवार शाम से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचने लगे थे।
तड़के चार बजते ही वृषभानु नन्दिनी के अभिषेक के दौरान मंदिर परिसर घण्टा-घड़ियाल से गुंजायमान हो उठा। वैदिक मंत्रोच्चाराण के बीच करीब एक घंटा तक अभिषेक किया गया।
शुक्रवार रात से ही ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाडली जी का महल दूधिया रोशनी से जगमगा रहा था। ब्रजमण्डल में राधारानी के जन्मोत्सव की धूम मची हुई थी। इसी प्रकार, गांव रावल में भी शनिवार सुबह राधारानी का प्राकट्योत्सव धूमधाम से मनाया गया।
बधाई महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं के बीच खिलौने, वस्त्र, फल, मेवा, मिष्ठान लुटाया गया। हल्दी, चंदन का मिश्रण भी उड़ेला गया। महंत राहुल कल्ला ने बताया पंचमुखी शंख से राधारानी का अभिषेक किया गया। लुधियाना (पंजाब) के कारीगरों द्वारा तैयार किए हल्के पीले वस्त्र राधा रानी को धारण कराए गए।
वृन्दावन में ठा. बांकेबिहारी, कृष्ण-बलराम मंदिर, प्रेम मंदिर, ठा. राधावल्लभ लाल मंदिर एवं वृन्दावन चन्द्रोदय समेत अन्य मंदिरों में भी राधारानी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। वृन्दावन में ठा. बांकेबिहारी के प्राकट्यकर्ता एवं उनके अनन्य भक्त स्वामी हरिदास जी की स्मृति में द्विदिवसीय स्वामी हरिदास संगीत समारोह का आयोजन किया गया।
वृन्दावन चन्द्रोदय मंदिर के भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण की आह्लादिनी शक्ति, ब्रज की अधिष्ठात्री देवी श्रीराधा रानी का प्राकट्योत्सव राधाष्टमी महामहोत्सव के रूप में बड़े़ ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर चन्द्रोदय मंदिर में श्रीराधारानी एवं ठाकुर श्री वृन्दावन चंद्र को गुलाबी एवं नील वर्ण के रेशमयुक्त रजत से कढ़ाई किए हुए वस्त्र धारण कराए गए।
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