नयी दिल्ली, 19 अप्रैल कोरोना वायरस संक्रमण मामलों के रुझान के साथ ही कंपनियों के तिमाही परिणाम इस सप्ताह शेयर बाजारों की चाल तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह बात कही है।
विश्लेषकों के अनुसार निवेशकों को कोरोना वायरस संकट के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये सरकार की तरफ से एक और प्रोत्साहन पैकेज मिलने की उम्मीद है। इस पर भी निवेशकों की निगाह होगी।
सोमवार यानी 20 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से एहतियाती उपायों के साथ आर्थिक गतिविधियां भी शुरू हो रही हैं। इससे भी बाजार धारणा को बल मिल सकता है।
सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉक नोट के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘फिलहाल दुनिया की आबादी का बड़ा हिस्सा ‘लॉकडाउन’ (बंद) के कारण घरों में बंद है। ऐसा लगता है जब तक बंद समाप्त नहीं होगा, बाजार को काई ठोस दिशा मिलने की संभावना नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस समय बंद समाप्त होता है, बाजार जमीनी स्तर की वास्तविकताओं के आधार पर प्रतिकिया देना शुरू करेगा। आने वाले सप्ताह में कंपनियां तिमाही वित्तीय परिणामों की घोषणा शुरू कर सकती हैं।’’
इन्फोसिस और एसीसी दो बड़ी कंपनियां हैं जो इस सप्ताह वित्तीय परिणाम की घोषणा करने वाली हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख (खुदरा शोध) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही परिणाम आने शुरू हो चुके हैं और निवेशकों का ध्यान अब कोरोना वायरस को लेकर कंपनियों के प्रबंधकों द्वारा उनके कारोबार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में दी जाने वाली जानकारी पर होगा।’’
सोमवार को एचडीएफसी बैंक पर सबकी निगाह होगी। बैंक ने सप्ताहांत वित्तीय परिणाम की घोषणा कर दी है।
शनिवार को घोषित परिणाम के अनुसार निजी क्षेत्र के इस बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 15.4 प्रतिशत बढ़कर 7,280.22 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, बैंक पर वित्त वर्ष के अंत में कोरोना वायरस संकट का भी असर दिखा है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही परिणाम से बहुत उम्मीद नहीं है। निराशा का भाव शेयर कीमतों पर देखा जा रहा है। व्यापार परिदृश्य और आने वाले समय में तिमाही परिणाम को लेकर प्रबंधन की बातों पर बाजार की नजर होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन्फोसिस और एसीसी जैसी प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय परिणाम की घोषणा करने वाली हैं। इससे इस सप्ताह क्षेत्र विशेष पर असर देखने को मिल सकता है।’’
रैलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही नतीजों का असर क्षेत्र विशेष के शेयरों पर देखने को मिल सकता है। इससे बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकता है।’’
विशेषज्ञों के अनुसार इसके अलावा ब्रेंट क्रूड का भाव, विदेशी निवेशकों की निवेश प्रवृत्ति और डॉलर के मुकाबले रुपये की गति से भी शेयर बाजारों पर असर दिखने को मिल सकता है।
पिछले सप्ताह 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 429.10 अंक यानी 1.37 प्रतिशत मजबूत हुआ।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों की संख्या रविवार को बढ़कर 15,712 पहुंच गयी जबकि इससे देश में 507 लोगों की मौत हो चुकी है।
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