देश की खबरें | मोदी सरकार में तिमाही-दर-तिमाही जीडीपी का संकुचन हुआ: कांग्रेस

नयी दिल्ली, एक सितंबर कांग्रेस ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के आर्थिक वृद्धि दर के आंकड़े जारी होने के बाद बृहस्पतिवार को दावा किया कि असल में इस सरकार में पिछले कुछ वर्षों के दौरान तिमाही-दर-तिमाही जीडीपी का संकुचन हुआ है।

पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘‘तिमाही-दर-तिमाही जीडीपी का संकुचन हुआ। 2021-22 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 40.78 लाख करोड़ रुपये था। 2022-23 पहली तिमाही में यह 36.85 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। यानी मात्र तीन महीने में करीब चार लाख करोड़ रुपये की जीडीपी गायब।’’

उसने दावा किया, ‘‘2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत दर्ज की गई, लेकिन असलियत भयावह है। जीडीपी वृद्धि दर ही नहीं, जीडीपी ही कम हो गई। 2019-20 की पहली तिमाही में जीडीपी 35.49 लाख करोड़ रुपये थी। 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी 27.04 लाख करोड़ रुपये रह गई। 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी 32.46 लाख करोड़ हुई। 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी 36.85 लाख करोड़ रुपये हो गई।’’

कांग्रेस ने कहा कि तीन साल में जीडीपी की वृद्धि दर मात्र 3.8 प्रतिशत रही।

पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ट्वीट किया, ‘‘अगर कोविड से पहले के स्तर से तुलना करें तो पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 2.8 प्रतिशत रही है। वर्ष 2019-20 में अर्थव्यवस्था 35.85 लाख करोड़ रुपये थी और अब 36.85 लाख करोड़ रुपये है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले तीन वर्ष में हमारी अर्थव्यवस्था तीन प्रतिशत की दर से बढ़ी है। अर्थव्यवस्था को फिर से गति देने की जरूरत है।’’

गौरतलब है कि कृषि और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 13.5 प्रतिशत रही। यह पिछली चार तिमाहियों में सबसे अधिक है।

इस वृद्धि के साथ भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। चीन की वृद्धि दर 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में 0.4 प्रतिशत रही है।

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