मोदी सरकार के सख्त कदम, Digital TV रिसीवर, चार्जर, वीडियो निगरानी प्रणाली के लिये गुणवत्ता मानदंड जारी

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने तीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों...डिजिटल टेलीविजन रिसीवर, यूएसबीसी टाइप-सी चार्जर और वीडियो निगरानी प्रणाली के लिये गुणवत्ता मानदंड जारी किए हैं.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits pixabay)

नई  दिल्ली, नौ जनवरी:  भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने तीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों...डिजिटल टेलीविजन रिसीवर, यूएसबीसी टाइप-सी चार्जर और वीडियो निगरानी प्रणाली के लिये गुणवत्ता मानदंड जारी किए हैं. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि सैटेलाइट ट्यूनर के साथ डिजिटल टेलीविजन रिसीवर के लिये यह पहला भारतीय मानक है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘इन मानकों के तहत विनिर्मित टेलीविजन छत या उपयुक्त जगह पर लगे एलएनबी (लो नॉइज ब्लॉक डाउन कनवर्टर)) युक्त डिश एंटीना के साथ फ्री-टू-एयर यानी मुफ्त में उपलब्ध टीवी और रेडियो चैनल ग्राहकों को उपलब्ध कराए जा सकेंगे.

मंत्रालय ने बयान में कहा कि इससे सरकारी योजनाओं, दूरदर्शन के शैक्षणिक और भारतीय संस्कृति से संबंधित कार्यक्रमों को देश में आबादी के एक बड़े हिस्से तक पहुंचाया जा सकेगा. फिलहाल, टेलीविजन दर्शकों को विभिन्न चैनलों को देखने के लिये सेट-टॉप बॉक्स खरीदना होता है। उन्हें मुफ्त में दिखाये जाने वाले चैनलों के लिये सेट टॉप बॉक्स की जरूरत पड़ती है. दूरदर्शन अब चरणबद्ध तरीके से एनालॉग प्रसारण समाप्त करने की प्रक्रिया में है. वह डिजिटल उपग्रह प्रसारण का उपयोग कर ‘फ्री-टू-एयर’ चैनलों का प्रसारण जारी रखेगा. यह भी पढ़े: NAMO TV LIVE: वीडियोकॉन DTH और डिश टीवी पर शुरू हुआ नमो चैनल, केंद्र की योजनाओं और PM मोदी के भाषणों का होगा प्रसारण

मंत्रालय ने कहा, ‘‘सेट टॉप बॉक्स के उपयोग के बिना इन फ्री-टू-एयर चैनलों को दिखाने के लिये, उपयुक्त सैटेलाइट ट्यूनर के साथ टेलीविजन रिसीवर की आवश्यकता है. दूसरा भारतीय मानक यूएसबी टाइप-सी चार्जर के लिये है। इसमें प्लग और केबल शामिल हैं। इसके लिये मौजूदा वैश्विक मानक आईसी 62680-1-3:2022 को अपनाया गया है. यह मानक मोबाइल फोन, लैपटॉप, नोटबुक आदि जैसे विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग होने वाले यूएसबी टाइप-सी पोर्ट, प्लग और केबल को लेकर मानदंड प्रदान करता है। यह स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिये साझा चार्जिंग समाधान प्रदान करने वाले चार्जर के लिये है.

इससे प्रति उपभोक्‍ता चार्जर की संख्‍या में कमी आएगी क्‍योंकि उपभोक्‍ताओं को हर बार नया उपकरण खरीदने पर अलग-अलग चार्जर खरीदने की जरूरत नहीं होगी। इससे ई-कचरे को कम करने और सतत विकास की ओर बढ़ने के केंद्र के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी. तीसरा मानक वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) के लिये है. इसके लिये अंतरराष्ट्रीय मानक आईसी 62676 श्रृंखला को अपनाया गया है.

इसके तहत, वीडियो निगरानी प्रणाली से संबद्ध सभी पहलुओं के लिये मानक तैयार किये गये हैं। इसमें कैमरा उपकरणों, इंटरफेस, प्रणाली की जरूरतों और कैमरा उपकरणों की छवि गुणवत्ता आदि शामिल है. मंत्रालय के अनुसार, इन मानकों से ग्राहकों और उपयोगकर्ताओं को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार उपयुक्त उपकरण का निर्धारण करने में सहायता मिलेगी। इससे निगरानी प्रणाली को अधिक सुरक्षित, मजबूत और लागत दक्ष बनाने में भी मदद मिलेगी.

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