देश की खबरें | पंजाब कांग्रेस के प्रमुख वडिंग ने अमृतसर के पार्टी नेताओं से की मुलाकात, सिद्धू नहीं हुए शामिल

अमृतसर, 15 अप्रैल पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की शुक्रवार को अमृतसर के कई पार्टी नेताओं के साथ हुई बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू शामिल नहीं हुए।

जब वडिंग ने बाद में यहां कांग्रेस के नगर पार्षदों से मुलाकात की, तब भी क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू वहां मौजूद नहीं थे। सिद्धू की बैठकों से अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर वडिंग ने कहा कि पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समराला में थे। सिद्धू के समराला दौरे के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह कुछ निजी मामला हो सकता है।’’

सिद्धू ने समराला में पूर्व विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों से मुलाकात की। उन्होंने बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं लाल सिंह और सुनील जाखड़ से भी मुलाकात की।

यहां पत्रकारों से बात करते हुए वडिंग ने कहा कि उन्होंने राज्य में पार्टी को और मजबूत करने के लिए वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन और आशीर्वाद मांगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हाल ही में हुए पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों का विश्लेषण किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अनुशासनहीनता और अंदरूनी कलह की भी इसमें भूमिका थी।

वडिंग से मुलाकात करने वाले नेताओं में ओ पी सोनी, राज कुमार वरका, गुरजीत सिंह औजला और सुखविंदर सिंह डैनी शामिल थे।

पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रमुख वडिंग ने राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए हर नेता और कार्यकर्ता को साथ लेकर चलने का वादा किया।

वडिंग के दौरे के दौरान सिद्धू की अनुपस्थिति के बारे में बात करते हुए अमृतसर के सांसद औजला ने कहा, ''सभी नेता यहां वडिंग से मुलाकात करने के लिए मौजूद थे। कई वरिष्ठ नेताओं को नवनियुक्त प्रदेश इकाई प्रमुख के दौरे को देखते हुए अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द करने पड़े।’’ उन्होंने कहा कि सिद्धू यह जवाब देने के लिए सही व्यक्ति होंगे कि वह शहर में क्यों नहीं हैं।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सोनी ने विश्वास जताया कि वडिंग पार्टी को फिर से एकजुट करेंगे और इसे और मजबूत करेंगे।

वडिंग ने पार्टी नेताओं के साथ स्वर्ण मंदिर, दुर्गियाना मंदिर और भगवान वाल्मीकि मंदिर में भी मत्था टेका। अपने अमृतसर दौरे के दौरान वडिंग के साथ विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भरत भूषण आशु भी थे।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सिद्धू के स्थान पर वडिंग को पार्टी का नया पंजाब प्रमुख नियुक्त किया। पंजाब चुनाव में पार्टी की हार के बाद सिद्धू को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।

वडिंग, राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार में परिवहन मंत्री थे। उन्होंने गिद्दड़बाहा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नियुक्तियों से पहले नेताओं का एक वर्ग बैठकें कर रहा था और सिद्धू को महत्वपूर्ण भूमिका दिये जाने पर जोर दे रहा था।

आम आदमी पार्टी (आप) ने 117 सदस्यीय विधानसभा क्षेत्रों में से 92 पर जीत हासिल की। कांग्रेस ने पंजाब चुनावों में केवल 18 सीटों पर जीत हासिल की।

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