चंडीगढ़, 28 अगस्त कोविड-19 महामारी के बीच शुक्रवार को शुरू हुए पंजाब विधानसभा सत्र में कोविड योद्धाओं, ओलंपिक खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर और लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई।
पंजाब की पंद्रहवीं विधानसभा का 12वां सत्र पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुआ और इस दौरान कोविड-19 की रोकथाम के सारे नियमों का पालन किया गया।
राज्य में चार मंत्रियों समेत तीस विधायकों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में 28 प्रख्यात विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिनका निधन पिछले सत्र से लेकर अब तक की अवधि में हुआ।
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इन विभूतियों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी शामिल थे।
सदन में उपस्थित सदस्यों ने महान हॉकी खिलाड़ी और ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर और हजूरी रागी भाई निर्मल सिंह खालसा को भी श्रद्धांजलि दी।
सदन ने महामारी से जान गंवाने वालों को भी श्रद्धांजलि दी।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के अनुरोध पर उन कोविड योद्धाओं का नाम भी जोड़ा गया जिन्होंने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए अपनी जान गंवाई।
दिवंगत व्यक्तियों का स्मरण करते हुए सदन में दो मिनट का मौन रखा गया।
इस बीच शिरोमणि अकाली दल के विधायक सदन में मौजूद नहीं थे।
अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने ट्वीट किया, “कांग्रेस सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या की गई है। शिरोमणि अकाली दल के विधायकों के घरों के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है ताकि वे एक घंटे के विधानसभा सत्र में शामिल न हो सकें। इस प्रकार का दमन पहली बार देखा जा रहा है। हालांकि शिअद ने कहा था कि वह जिम्मेदाराना बर्ताव करेंगे। हम राज्यपाल से अपील करते हैं कि इसमें हस्तक्षेप कर व्यवस्था बहाल की जाए।”
आम आदमी पार्टी के एक सदस्य ने कहा कि पार्टी के केवल पांच विधायकों को सत्र में शामिल होने की अनुमति दी गई थी।
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