नयी दिल्ली, 25 अगस्त राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी कल्याण योजना तभी सही अर्थो में सफल मानी जा सकती है जब उसका लाभ गरीबों एवं समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि ऐसे में लोक सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी जिम्मेदारी वाले इलाके में सबसे वंचित लोगों तक पहुंचें और उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाएं ।
वर्ष 2020 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 75 अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट की । ये अधिकारी अभी विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों में सहायक सचिव के रूप में कार्यरत हैं ।
राष्ट्रपति भवन के बयान के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू ने इन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोक सेवक के रूप में उन्हें वैश्विक ज्ञान केंद्र, आपूर्ति श्रृंखला, नवाचार, प्रौद्योगिकी विकास सहित विविध क्षेत्रों में भारत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘ लोक सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी जिम्मेदारी वाले इलाके में सबसे वंचित व्यक्ति तक पहुंचें और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाएं । ’’
उन्होंने कहा कि लोक सेवक उन लोगों के लिये मददगार हो सकते हैं जिन्हें कल्याण योजनाओं या विकास कार्यक्रमों की जानकारी नहीं है।
राष्ट्रपति ने याद दिलाया कि कोई भी कल्याण योजना तभी सही अर्थो में सफल मानी जा सकती है जब उसका लाभ गरीबों, कमजोर वर्गों एवं समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि लोक सेवकों को वंचित लोगों तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए तथा वंचित लोगों को उनके पास (लोक सेवकों के पास) पहुंचने में परेशानी नहीं होनी चाहिए ।
दीपक
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)