मुंबई, पांच जुलाई उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से सालाना आधार पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
पीएलआई योजना के तहत अगले पांच वर्षों में लगभग 2.4 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन की पेशकश करके प्रमुख क्षेत्रों में विनिर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
एमके इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के मुताबिक, अबतक इस योजना को इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन कलपुर्जे और दवा क्षेत्र से सबसे ज्यादा प्रतिक्रिया मिली है।
मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि पीएलआई योजना में बढ़े हुए राजस्व के लिहाज से प्रतिवर्ष सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग चार प्रतिशत की वृद्धि करने की क्षमता है।
विनिर्माण कंपनियां मजबूत प्रतिफल की वजह से क्षमता बढ़ा रही हैं और यह पंजीकृत नयी विनिर्माण कंपनियों की संख्या से स्पष्ट है।
विनिर्माण कंपनियों का पंजीकरण पिछले सात वर्षों में अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है और कुल पंजीकरण में विनिर्माण कंपनियों की हिस्सेदारी भी पिछले एक दशक में लगभग उच्चतम स्तर पर है।
रिपोर्ट में कहा गया कि पर्यावरणीय मंजूरी मांगने और मंजूरी देने की संख्या वित्त वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक थी। यह आंकड़ा 2014-15 के मुकाबले 10 गुना था।
रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी, जीएसटी और महामारी के अलावा उपभोक्ता मांग में कमी के कारण घरेलू विनिर्माण क्षेत्र प्रभावित हुआ था। इसके चलते विनिर्माण कंपनियों ने वित्त वर्ष 2017-18 तक नियोजित पूंजी पर मामूली प्रतिफल दर्ज किया। इसके बाद प्रतिफल में करीब 20 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
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