चंडीगढ़: कांग्रेस (Congress) नेता प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को "बड़े मियां" व दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को "छोटे मियां" बताते हुए कहा कि उनका शासन सिर्फ विज्ञापनों में ही दिखता है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी पर राजनीतिक लाभ के लिए धर्म और भावनाओं का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. Punjab Elections 2022: पीएम मोदी ने पंजाब चुनाव को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला, पठानकोट को लेकर कही ये बात
कांग्रेस महासचिव ने चुनावी प्रदेश पंजाब के पठानकोट में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी जी का शासन सिर्फ विज्ञापनों में है, देश में कोई शासन नहीं है. अगर शासन होता तो रोजगार होता और महंगाई नहीं होती. अगर शासन होता तो रोजगार पैदा करने वाले सार्वजनिक उपक्रम उनके मित्रों को नहीं बेच दिए जाते.’’
उन्होंने पठानकोट में कांग्रेस की 'नवी सोच, नवा पंजाब' रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में गरीबों, छोटे व्यापारियों और छोटे उद्यमियों को विभिन्न कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने लोगों से सवाल किया, "शासन कहां है?" उन्होंने दावा किया कि प्रचार पर 2,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
भाजपा और आप पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "दोनों राजनीति करने के लिए धर्म, भावनाओं का इस्तेमाल करते हैं। वे विकास नहीं कर रहे हैं." प्रियंका कहा, "क्या आपने सुना है कि बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभानल्लाह? बड़े मियां मोदी हैं और छोटे मियां केजरीवाल हैं." उन्होंने फिर आरोप लगाया कि आप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से निकली है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी ने केंद्र की सत्ता में आने के लिए "गुजरात मॉडल" का प्रदर्शन किया और बाद में लोगों को महसूस हुआ कि उस मॉडल की असलियत क्या है, वहीं केजरीवाल "शासन के दिल्ली मॉडल" का जिक्र करते हैं और सभी ने देखा कि कैसे उनकी सरकार ‘‘कोविड की दूसरी लहर में पूरी तरह से विफल रही. यह तब हुआ जब वे कहते हैं कि उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बहुत कुछ किया है."
प्रियंका ने कहा कि मोदी सरकार विज्ञापनों पर हजारों करोड़ रुपये खर्च करती है. उन्होंने कहा, "आप जहां भी जाएंगे, आपको विज्ञापन दिखाई देंगे. उत्तर प्रदेश में, उन्होंने हर जगह विज्ञापन लगाए हैं मानो बहुत विकास हुआ हो. लेकिन सच्चाई यह है कि बेरोजगारी बढ़ रही है और कई अन्य तबके समस्याओं का सामना कर रहे हैं."
उन्होंने कहा, 'इसी तरह केजरीवाल भी विज्ञापनों पर करोड़ों खर्च कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और केजरीवाल का शासन केवल विज्ञापनों में है. प्रियंका ने कहा कि कृषि कानून "बड़े मियां" द्वारा लाए गए थे और उन्हें सबसे पहले अधिसूचित करने वाले "छोटे मियां" थे. उन्होंने कहा, "केजरीवाल ने कितनी नौकरियां दी हैं? इसका जवाब है कि उनकी सरकार ने 440 नौकरियां दी हैं." उन्होंने आरोप लगाया कि आप सत्ता में आने के लिए कुछ भी करेगी.
आप के पूर्व नेता कुमार विश्वास द्वारा हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री पर लगाए गए आरोपों को लेकर भी प्रियंका ने केजरीवाल पर निशाना साधा. अलगाववादियों को समर्थन देने के आरोपों पर नवजोत सिंह सिद्धू समेत कांग्रेस के कई अन्य नेताओं ने भी केजरीवाल से सफाई मांगी है. हालांकि आप नेता राघव चड्ढा ने विश्वास द्वारा लगाए गए आरोपों को दुर्भावनापूर्ण व निराधार बताया.
प्रियंका ने कहा कि उनकी शादी एक पंजाबी परिवार में हुयी है और वह पंजाबियत का मतलब समझती हैं. उन्होंने कहा, "जब मैंने मोदी और केजरीवाल को पंजाबियत के बारे में बोलते सुना, तो मुझे हंसी आ गयी. मैंने सोचा, वे कैसे पंजाबियत को समझेंगे? इसे समझने के लिए, इसे जीना होगा. पंजाबियत एक भावना है.’’
प्रियंका ने कहा, ‘‘जो लोग आपके सामने पंजाब और पंजाबियत की चर्चा करते हैं, उनमें से एक अपने अरबपति मित्रों के सामने झुक गए हैं और दूसरे केजरीवाल हैं. राजनीति और सत्ता के लिए वह किसी के भी आगे झुक सकते हैं.’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब किसान दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे, प्रधानमंत्री के पास विदेशी दौरों के लिए समय था, लेकिन वह किसानों की चिंताओं को सुनने के लिए कुछ किलोमीटर की यात्रा नहीं कर सके.
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के लिए बुधवार को पठानकोट आए थे, लेकिन जब किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे, तो वह उनसे मिलने के लिए अपने घर से कुछ किलोमीटर दूर नहीं जा सके. उन्हें एक साल तक सड़क पर बिठाया गया.’’
प्रियंका ने कहा, "उन्होंने अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों की यात्रा की, अपने लिए 16,000 करोड़ रुपये में दो विमान खरीदे, लेकिन देश के गन्ना किसानों के 14,000 करोड़ रुपये के बकाए का भुगतान नहीं किया गया." कांग्रेस महासचिव ने "केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के साथ मंच साझा करने" के लिए भी मोदी पर निशाना साधा. मिश्रा का पुत्र लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में प्रमुख आरोपी है.
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