ताजा खबरें | प्रधानमंत्री मोदी ने ‘संविधान खतरे में’ दावे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा

Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कहने के लिए बुधवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा कि अगर वह तीसरी बार इस पद पर आसीन होते हैं तो संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।

नागपुर, 10 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कहने के लिए बुधवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा कि अगर वह तीसरी बार इस पद पर आसीन होते हैं तो संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने से संविधान का देशभर में कार्यान्वयन सुनिश्चित हुआ।

महाराष्ट्र की नागपुर, रामटेक, भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीटों पर राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में नागपुर जिले के कन्हान शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान निर्माता बी. आर. आंबेडकर की आत्मा उन्हें जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने के लिए आशीर्वाद दे रही होगी।

भाजपा के स्टार प्रचारक ने विपक्ष पर यह कहकर लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया कि अगर उन्हें तीसरा कार्यकाल मिला तो संविधान बदल दिया जाएगा।उन्होंने पूछा कि क्या आपातकाल (1975-77) के दौरान लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ा था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष द्वारा उन्हें निशाना बनाकर की गई बयानबाजी से भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की लोकसभा सीटों की संख्या में इजाफा होगा।

मोदी की विदर्भ की यह दूसरी यात्रा थी, जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा। सोमवार को उन्होंने चंद्रपुर और गढ़चिरौली-चिमूर के भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।

उन्होंने दावा किया, "अगर संविधान इतना महत्वपूर्ण है, तो अनुच्छेद 370 को (2019 में) निरस्त किए जाने से पहले इसे पूरे देश में लागू क्यों नहीं किया गया। विपक्ष ने इसे निरस्त करने का विरोध किया क्योंकि वह अलगाववादियों के प्रति नरम रुख रखता है।"

मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से केंद्र शासित प्रदेश में दलितों और आदिवासियों को अब संवैधानिक अधिकार मिल गए हैं, जबकि कांग्रेस शासन में वोटबैंक की राजनीति के लिए उन्हें नजरअंदाज किया जाता था।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल देश की ''विरासत'' के खिलाफ हैं और ''विकास विरोधी'' हैं।

उन्होंने इस ऐतिहासिक कदम को अपनी सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा, ''अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद आंबेडकर की आत्मा मोदी को आशीर्वाद दे रही होगी।''

“विकास के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए” एक बार फिर राजग को जिताने का अनुरोध करते हुए उन्होंने जनसभा से कहा, "मैंने पिछले 10 वर्षों में जो काम किया है वह सिर्फ झलकी है; प्रमुख काम-काज होने तो अभी बाकी हैं।"

उन्होंने कहा, "अगले पांच वर्ष के लिए आपका सपना मोदी का संकल्प है। मेरा प्रत्येक क्षण आपके कल्याण और देश की प्रगति के लिए समर्पित है। ”

मोदी ने कहा कि आगामी चुनाव सिर्फ सांसद चुनने की नहीं बल्कि भारत की नींव को 1,000 साल के लिए मजबूत करने की कवायद है।

उन्होंने कहा, ''19 अप्रैल को आप सिर्फ एक उम्मीदवार को चुनने के मकसद से नहीं, बल्कि अगले 1,000 वर्षों के लिए भारत की नींव को मजबूत करने के उद्देश्य से मतदान करेंगे।''

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