जरुरी जानकारी | प्रधानमंत्री इमरान खान का पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को पुनगर्ठित करने का आदेश
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घाटा कम करने के लिए पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी ‘पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस’ (पीआईए) का पुनर्गठन करने के आदेश दिए हैं। कंपनी का घाटा 36.8 लाख डॉलर प्रतिमाह से ज्यादा हो गया है।
इस्लामाबाद, नौ जून पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घाटा कम करने के लिए पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी ‘पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस’ (पीआईए) का पुनर्गठन करने के आदेश दिए हैं। कंपनी का घाटा 36.8 लाख डॉलर प्रतिमाह से ज्यादा हो गया है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक हाल ही में पीआईए के एक विमान के कराची में दुर्घटनाग्रस्त होने की पृष्ठभूमि में सरकार ने विमानन क्षेत्र पर सोमवार को एक बैठक बुलायी थी। इसी बैठक की अध्यक्षता करते हुए खान ने यह निर्देश दिए। कराची की दुर्घटना में 98 लोगों की जान चली गयी थी।
यह भी पढ़े | 7th Pay Commission: 7वीं सीपीसी के तहत यहां मिल रही है मोटी सैलरी, इन पदों के लिए फटाफट करें अप्लाई.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के चलते देश को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी कंपनियों को हर महीने हो रहे अरबों रुपये के घाटे का बोझ भी लोगों को उठाना पड़ रहा है।’’
पीआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एयर मार्शल अरशद मलिक ने बैठक के दौरान पीआईए की मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि पीआईए को हर महीने 36.8 लाख डॉलर का घाटा हो रहा है।
मलिक ने कहा कि पीआईए के 14,500 कर्मचारियों के वेतन पर ही सालाना 1.4 करोड़ डॉलर का खर्च होता है।
इसके अलावा पीआईए के सुधार में सबसे बड़ा रोड़ा कानूनी वाद हैं। कंपनी के कर्मचारी किसी भी सुधार पर अदालत से रोक का आदेश ले आते हैं और फिर वह मामला सालों तक लंबित पड़ा रहता है।
मलिक ने कहा कि उनके 16 महीने के कार्यकाल में से तीन महीने तक वह खुद कार्य नहीं कर सके, क्योंकि उनकी नियुक्ति पर भी विवाद था। ऐसे हालातों में संगठन के भीतर सुधार करना काफी मुश्किल है।
खान भी अचंभित थे कि पिछले 12 साल में पीआईए के 10 प्रमुख बन चुके हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार खान ने अधिकारियों को पीआईए के खर्चे घटाने, आय बढ़ाने और विमान बेड़े का आधुनिकीकरण करने पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि पीआईए के पास देश-विदेश में पड़ी परिसंपत्तियों का पूर्णतया पारदर्शी और स्पष्ट तरीके से उपयोग किया जाए।
खान ने कहा, ‘‘इन परिसंपत्तियों को संगठन की माली हालत ठीक करना चाहिए, ना कि आम जनता पर बोझ बनना चाहिए।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)