राष्ट्रपति मुर्मू ने हितधारकों से भारतीय फुटबॉल के उत्थान के लिए मिलकर काम करने को कहा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को भारतीय फुटबॉल के हितधारकों से देश में खेल के उत्थान के लिए मिलकर काम करने को कहा. उन्होंने सौ साल पुराने डूरंड कप टूर्नामेंट की ट्रॉफी के दौरे को हरी झंडी दिखाई.

नयी दिल्ली, 10 जुलाई : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को भारतीय फुटबॉल के हितधारकों से देश में खेल के उत्थान के लिए मिलकर काम करने को कहा. उन्होंने सौ साल पुराने डूरंड कप टूर्नामेंट की ट्रॉफी के दौरे को हरी झंडी दिखाई. एशिया के सबसे पुराने और दुनिया के पांचवें सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट का 133वां सत्र 27 जुलाई से शुरू होगा और यह चार शहरों - कोलकाता, असम में कोकराझार, मेघालय में शिलांग और झारखंड में जमशेदपुर में खेला जाएगा. राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘‘फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है. पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी लोगों का मनोरंजन करते हैं. वर्तमान में यूरो 2024 चल रहा है और इसे दुनिया भर में देखा जा रहा है, यह हर जगह खबरों में है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश के सभी हितधारकों को भारत में खेल के उत्थान के लिए मिलकर काम करना चाहिए.’’

उन्होंने उपस्थित लोगों को देश की फुटबॉल परंपरा में डूरंड कप के योगदान की याद दिलाई जिसका नाम इसके संस्थापक सर हेनरी मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया था. सर हेनरी 1884 से 1894 तक भारत के विदेश सचिव रहे. राष्ट्रपति ने 1888 में शिमला में पहली बार आयोजित इस टूर्नामेंट के बारे में कहा, ‘‘यह भारत का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है और यह 135 साल से भी अधिक पुराना है.’’उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 1950 में डूरंड कप विजेताओं को प्रेसिडेंट्स कप प्रदान किया था.’’ राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा ट्रॉफियों का अनावरण किए जाने के समय प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित रहे. यह भी पढ़ें :सुप्रीम कोर्ट: तलाकशुदा मुस्लिम महिलाएं भी मांग सकती हैं गुजारा भत्ता

डूरंड कप का आयोजन भारतीय सेना द्वारा तीनों सेनाओं की ओर से और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के तत्वावधान में किया जाता है.

शिमला में पहले सत्र के आयोजन के बाद टूर्नामेंट 1940 से 2016 तक नयी दिल्ली में आयोजित किया गया. यह टूर्नामेंट 2019 में देश के पूर्वी हिस्से में चला गया जहां कोलकाता इसका मेजबान बना.v आगामी टूर्नामेंट का आयोजन 27 जुलाई से 31 अगस्त तक होगा जिसमें 24 टीमें हिस्सा लेंगी जिन्हें छह ग्रुप में बांटा जाएगा. आठ टीमें - ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम और दूसरे स्थान पर रहने वाली दो सर्वश्रेष्ठ टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी.टूर्नामेंट में बांग्लादेश और भूटान की सेना की टीमें भी हिस्सा ले रही हैं. फाइनल कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में होगा.

इंडियन सुपर लीग की टीम मोहन बागान सुपर जाइंट टूर्नामेंट की मौजूदा चैंपियन है जिसने टूर्नामेंट के 2023 सत्र के फाइनल में कोलकाता के प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल को 1-0 से हराया था. भारतीय फुटबॉल पिछले कुछ हफ्तों से उथल-पुथल की स्थिति में है. टीम फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही जिसके कारण कोच इगोर स्टिमक को बर्खास्त कर दिया गया.

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