ढाका, 16 दिसंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जीर्णोद्धार किए गए ऐतिहासिक श्री रमणा काली मंदिर का शुक्रवार को उद्घाटन करेंगे। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इसे दोनों देशों के लिए बेहद भावुक क्षण बताया।
गौरतलब है कि 1971 में पाकिस्तानी सेना ने इस मंदिर को ध्वस्त कर दिया था, जिसका जीर्णोद्धार किया गया है।
कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम. अब्दुल हामिद के न्योते पर अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर ढाका आए हुए हैं। इस दौरान वह 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा लेंगे।
श्रृंगला ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 17 दिसंबर को श्री रमणा काली मंदिर का उद्घाटन करेंगे। पाकिस्तान की सेना ने 1971 के ‘ऑपरेशन सर्चलाइट’ में मंदिर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया था।
श्रृंगला ने बुधवार को पत्रकारों से कहा था, ‘‘ऐसे में यह बहुत ही समुचित है कि हम ठीक 50 साल बाद हम जीर्णोद्धार के उपरांत रमणा काली मंदिर का उद्घाटन करने जा रहे है और यह सिर्फ सांकेतिक नहीं है, यह दोनों देशों के लिए बहुत भावनात्मक पल है।’’
ढाका ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार, राष्ट्रपति कोविंद ने मंदिर समिति के सदस्यों के साथ विचारों के आदान-प्रदान में भी रुचि दिखाई है।
‘ऑपरेशन सर्चलाइट’, 1971 में पाकिस्तानी सेना ने मंदिर को पूरी तरह से तोड़ दिया था। कुछ खबरों के अनुसार, मंदिर को आग लगा दी गयी थी और इस घटना में श्रद्धालुओं और मंदिर में रहने वाले तमाम लोग मारे गए थे।
भारत ने मंदिर के जीर्णोद्धार का पूरी तरह समर्थन किया।
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