Indore Ragging Case: इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में रैगिंग के आरोपियों के रूप में चिन्हित 10 वरिष्ठ विद्यार्थियों में से आठ लोगों को पुलिस ने नोटिस देकर छोड़ दिया है।
संयोगितागंज पुलिस थाने के प्रभारी तहजीब काजी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया, ‘‘हमने चिकित्सा महाविद्यालय में रैगिंग के मामले में आठ वरिष्ठ विद्यार्थियों को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के प्रावधानों के तहत यह नोटिस देकर छोड़ दिया है कि वे पुलिस की जांच में सहयोग करेंगे और आरोप पत्र पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहेंगे।’’
थाना प्रभारी ने बताया कि रैगिंग के दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
काजी ने बताया कि पुलिस की जांच में सुराग मिले हैं कि रैगिंग के दौरान वरिष्ठ विद्यार्थियों द्वारा कनिष्ठ छात्रों को अलग-अलग फरमान सुनाने के अलावा अश्लील कार्य करने को भी कहा जाता था।
उन्होंने बताया कि एक पीड़ित छात्र द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद हरकत में आए महाविद्यालय प्रबंधन ने अज्ञात वरिष्ठ विद्यार्थियों के खिलाफ 24 जुलाई की देर रात आपराधिक मामला दर्ज कराया था।
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने विस्तृत जांच और कई लोगों के बयानों के आधार पर रैगिंग के आरोपियों के रूप में महाविद्यालय के 10 वरिष्ठ विद्यार्थियों की पहचान की है।
गौरतलब है कि रैगिंग का मामला सामने आने के बाद चिकित्सा महाविद्यालय के डीन ने दावा किया था कि यह घटना महाविद्यालय और इसके छात्रावास के परिसरों के बाहर की है।
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