Adivasi Teenager Rape-Murder Case: आदिवासी किशोरी के दुष्कर्म-हत्या मामले पर पर्दा डालने के आरोप में पुलिस अफसर, तीन डॉक्टर गिरफ्तार

गुवाहाटी, 9 नवंबर : असम पुलिस के एक अधिकारी और तीन सरकारी डॉक्टरों को दरांग जिले में 13 वर्षीय लड़की से बलात्कार और हत्या मामले पर पर्दा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि दरांग के तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रूपम फुकन को आरोपी से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.. पीड़िता के शव का पहला पोस्टमार्टम करने वाले मंगलदाई सिविल अस्पताल के तीन डॉक्टरों अरुण चंद्र डेका, अजंता बोरदोलोई और अनुपम शर्मा को भी मामले में “लीपापोती” के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

लड़की एक घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी और जून में वहीं पर उसका शव लटका हुआ मिला था. घर के मालिक मुख्य आरोपी कृष्ण कमल बरुआ को गिरफ्तार किया जा चुका है और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं. सीआईडी ने कहा कि असम पुलिस सेवा के अधिकारी फुकन को पहले निलंबित कर दिया गया था और उन्होंने धुला थाने के तत्कालीन प्रभारी अधिकारी उत्पल बोरा के माध्यम से आरोपी के परिजन से कथित तौर पर डेढ़ लाख रुपये रिश्वत ली थी. सीआईडी ने कहा कि उन्होंने आरोपी को “बचाने” का प्रयास किया था. यह भी पढ़ें : Chhattisgarh: रायगढ़ के उद्योगपति संजय अग्रवाल के आवास पर आयकर विभाग ने छापेमारी की

फुकन और दरांग के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजमोहन राय के घरों की भी तलाशी ली जा रही है. राय को पहले निलंबित कर दिया गया था, जबकि धुला के तत्कालीन ओसी को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है. मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने 12 अगस्त को सोनितपुर जिले में लड़की के परिवार से मुलाकात की थी, जिसके तुरंत बाद दरांग के एसपी राजमोहन रे, अतिरिक्त एसपी रूपम फुकन और धुला थाने के तत्कालीन प्रभारी उत्पल बोरा को निलंबित कर दिया गया था. बोरा को सीआईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.