देश की खबरें | युवाओं को संस्कृति से जोड़ने के लिए योजना बनाएं : मिश्र
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कि देश के अलग-अलग अंचलों की लोक संस्कृति और लोककलाओं की विभिन्न विधाओं को एक सूत्र में पिरोकर देश की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण वर्तमान की प्रमुख आवश्यकता है।
जयपुर, आठ फरवरी राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कि देश के अलग-अलग अंचलों की लोक संस्कृति और लोककलाओं की विभिन्न विधाओं को एक सूत्र में पिरोकर देश की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण वर्तमान की प्रमुख आवश्यकता है।
उन्होंने आह्वान किया है कि साझा सांस्कृतिक विरासत को माध्यम बनाकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को सही मायनों में साकार करने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए।
मिश्र सोमवार को पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष के तौर पर परिषद के शाषी निकाय और कार्यकारी निकाय की संयुक्त बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कलाएं और सांस्कृतिक विधाएं भौगोलिक सीमाओं से परे होती हैं, इन्हें प्रोत्साहन प्रदान कर अनुकूल मंच उपलब्ध कराने की जरुरत है ताकि इन्हें अक्षुण्ण बनाए रखते हुए भावी पीढ़ी के लिए संजोकर रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि जनजातियों की कलाओं को विलुप्त होने से बचाने के लिए और अधिक सक्रियता से कार्य करने की जरूरत है। मिश्र ने आह्वान किया कि युवाओं और बच्चों को संस्कृति से जोड़ने और सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी सहभागिता बढ़ाने के लिए पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र को योजना बनाकर चरणबद्ध रूप से कार्य करना चाहिए।
उन्होंने केन्द्र को वित्तीय रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए इसके कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन में प्रायोजकों को साथ जोड़ने का सुझाव भी दिया।
बैठक में गोवा के कला व संस्कृति मंत्री गोविन्द गौड़े, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद साराभाई, राजस्थान की कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा, महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य विभाग के उप सचिव विलास आर. थोराट, ललित कला अकादमी नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पचारणे सहित संबंधित अधिकारी वर्चुअल उपस्थित रहे।
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