देश की खबरें | महाराष्ट्र की जनता को लगता है कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए : फडणवीस

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ मुंबई में शिवसैनिकों के प्रदर्शन और भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया के एसयूवी पर ‘‘हमले’’ की पृष्ठभूमि में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र की जनता को लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।

पुणे/मुंबई, 24 अप्रैल निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ मुंबई में शिवसैनिकों के प्रदर्शन और भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया के एसयूवी पर ‘‘हमले’’ की पृष्ठभूमि में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र की जनता को लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।

हालांकि फडणवीस ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग नहीं करेगी, लेकिन पार्टी नेता व केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रही है और ‘बदले की राजनीति कर रही है’ इसलिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि शिवसेना समर्थकों ने शनिवार की रात सोमैया के एसयूवी पर कथित रूप से जूते/चप्पल और पानी की बोतलें फेंकी थीं। सोमैया खार पुलिस थाने में राणा दंपती से मुलाकात के बाद लौट रहे थे। विधायक-सांसद पति-पत्नी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के सामने हनुमाल चालीसा का पाठ करने की घोषणा करने के बाद गिरफ्तार किया गया है।

पुणे में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा, ‘‘सोमैया को सुरक्षा प्रदान करने में मुंबई पुलिस की असफलता का मुद्दा केन्द्रीय गृह सचिव के समक्ष उठाएंगे। सोमैया को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा मिली हुई है। यह तो मुंबई पुलिस ने इसमें (सोमैया की कार पर हमला) साथ दिया या फिर वे हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने की क्षमता नहीं रखते हैं।’’

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि मुंबई पुलिस का मौजूदा प्रदर्शन शर्मिंदा करने वाला है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मौजूदा हालात के मद्देनजर महाराष्ट्र के लोगों को लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। भाजपा इसकी मांग नहीं करेगी क्योंकि हम किसी भी परिस्थिति से लड़ने को तैयार हैं। राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करना राज्यपाल के विवेक पर निर्भर करता है।’’

वहीं, रवि राणे ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं बची है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘सत्ता में बैठे लोग अराजकता फैला रहे हैं। पुलिस बल के सहयोग से शिवसेना के कार्यकर्ता अपने विपक्षियों से बदला ले रहे हैं। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करना जरूरी हो गया है।’’

राणे ने अपना पुराना आरोप दोहराया कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की उनके आवास पर हत्या कर दी गई और राज्य के मंत्री उस वक्त वहां मौजूद थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक मंत्री दिशा सालियान के मामले से भी जुड़े हुए थे। सालियान राजपूत की पूर्व मैनेजर हैं और उन्होंने कथित रूप से आत्महत्या कर ली।

‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने संबंधी विवाद पर राणे ने कहा, ‘‘भारत लोकतांत्रिक देश है। हनुमान चालीसा का पाठ करने पर विरोध क्यों होना चाहिए। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग नियम क्यों हैं?’’

वहीं, औरंगाबाद में भाजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने भी शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था का नामो-निशान नहीं बचा है।

दानवे ने भी कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग नहीं करेगी।

वहीं, पुराने गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और भाजपा के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाल ही में दावा किया था कि खुफिया विभाग से मिली सूचना के अनुसार, महाराष्ट्र में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने और एमवीए सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के लिए साजिश की जा रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग और हनुमान चालीसा के पाठ के पीछे भाजपा का हाथ है।

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