देश की खबरें | किसान प्रदर्शन: दिल्ली पुलिस के वाहन जांच तेज करने पर सीमाओं पर लगा भारी जाम

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. हरियाणा और उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी आने वाले लोगों को कई सीमा क्रॉसिंग पर भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा क्योंकि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनजर बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस ने वाहन जांच तेज कर दी।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नयी दिल्ली, 26 नवंबर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी आने वाले लोगों को कई सीमा क्रॉसिंग पर भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा क्योंकि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनजर बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस ने वाहन जांच तेज कर दी।

पंजाब के किसानों का मार्च पांच राजमार्गों के माध्यम से दिल्ली पहुंचने वाला है।

यह भी पढ़े | Is it normal to bleed after sex? क्या सेक्स के बाद ब्लीडिंग सामान्य है? जानें इससे जुड़ी कुछ जरुरी बातें.

दिल्ली से लगभग 215 किलोमीटर दूर हरियाणा में शंभू सीमा पर बृहस्पतिवार को तनाव बढ़ गया, क्योंकि पंजाब से आने वाले सैकड़ों किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जबकि कई किसानों ने हरियाणा में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड को तोड़ दिया, जिनमें से कुछ को नदी में फेंक दिया।

अधिकारियों ने बताया कि किसानों के विरोध को देखते हुए एनसीआर के पड़ोसी शहरों से राष्ट्रीय राजधानी तक चलने वाली दिल्ली मेट्रो सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, मेट्रो सेवाएं दिल्ली से एनसीआर के शहरों की ओर जाने वाली सभी मार्गों पर उपलब्ध होंगी।

यह भी पढ़े | छत्तीसगढ़: सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी को एक अफवाह फैलाने वाली फैक्ट्री कहा: 26 नवंबर 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विरोध मार्च के मद्देनजर एहतियात के तौर पर हरियाणा के साथ लगने वाली फरीदाबाद, सिंघु और गुड़गांव सीमा क्रॉसिंग पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है और वाहन जांच तेज कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के साथ डीएनडी और राष्ट्रीय राजमार्ग-24 क्रॉसिंग पर भी वाहनों की जाँच की जा रही है।

उन्होंने बताया कि सीमाओं को सील नहीं किया गया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों के ट्रकों और ट्रैक्टरों को रोकने के लिए बैरिकेड और सीमेंट ब्लॉक लगाए गए हैं।

हरियाणा और उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी आने वाले कई यात्रियों ने वाहन जांच के कारण यातायात जाम की शिकायत की।

पेशे से वकील रोहित तोमर ने कहा, "मैं सुबह एक मामले के संबंध में नोएडा गया था। जब मैं शाम को वहाँ से लौट रहा था, तो दिल्ली-नोएडा सीमा पर भारी ट्रैफ़िक था।"

उन्होंने कहा, "पुलिस कर्मी वाहनों की जांच कर रहे थे। मैं लगभग आधे घंटे तक वहां फंसा रहा।"

हरियाणा के मानेसर में एक रियल एस्टेट कंपनी में काम करने वाले अभिषेक सिन्हा ने कहा, "आम तौर पर मुझे 40 से 45 मिनट लगते हैं, लेकिन आज एक घंटे से अधिक लग गया। मैं रोजाना द्वारका से आवागमन करता हूं।"

गुड़गांव में काम करने वाली प्रियंका राय ने कहा कि उन्हें दिल्ली के छतरपुर में मेट्रो ट्रेन से उतरना पड़ा क्योंकि सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।

दिल्ली पुलिस के जवान बड़ी संख्या में अंतरराज्यीय सीमाओं पर तैनात हैं, क्योंकि पंजाब के 30 से अधिक कृषि संगठनों ने घोषणा की है कि वे लालरू, शंभू, पटियाला-पिहोवा, पटरान-खनौरी, मूनक-टोहाना, रतिया-फतेहाबाद और तलवंडी-सिरसा सहित कई मार्गों से दिल्ली पहुंचेंगे।

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के ट्रैक्टरों को रोकने के लिए सिंघु सीमा पर रेत से भरे पांच ट्रकों को तैनात किया गया है।

पुलिस ने बताया कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं।

दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया।

पुलिस ने बताया कि मध्य दिल्ली के जंतर-मंतर को बैरिकेड्स से बंद कर दिया गया है।

कृष्ण

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\