जरुरी जानकारी | पामतेल का आयात फरवरी में 27 प्रतिशत घटा: एसईए
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. भारत में पाम ऑयल का आयात फरवरी में 27 प्रतिशत घटकर 3,94,495 टन रह गया। इस गिरावट का मुख्य कारण मांग कमजोर रहना और पिछले दो महीनों में पाम तेल का अधिक आयात किया जाना है। उद्योग निकाय एसईए ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
नयी दिल्ली, 12 मार्च भारत में पाम ऑयल का आयात फरवरी में 27 प्रतिशत घटकर 3,94,495 टन रह गया। इस गिरावट का मुख्य कारण मांग कमजोर रहना और पिछले दो महीनों में पाम तेल का अधिक आयात किया जाना है। उद्योग निकाय एसईए ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने एक बयान में कहा कि फरवरी 2020 के दौरान पाम ऑयल का आयात 5,40,470 टन का हुआ था।
फरवरी के दौरान वनस्पति तेलों का कुल आयात 25 प्रतिशत घटकर 8,38,607 टन रह गया, जबकि एक साल पहले यह 11,12,478 टन था। इसमें 7,96,568 टन खाद्य तेल और 42,039 टन अखाद्य तेल शामिल थे।
नवंबर 2020 से फरवरी 2021 के दौरान वनस्पति तेलों का कुल आयात 3.7 प्रतिशत घटकर 43,94,760 टन रहा, जबकि एक साल पहले यह 45,63,791 टन था।
एसईए ने कहा कि पाम तेल की रिफाइनिंग में भाव की असमानता, ठंड के मौसम में कम मांग रहना और पिछले दो महीनों में सीपीओ के अत्यधिक आयात के कारण खाद्य तेल का आयात कम हुआ है।
इसने कहा कि सूरजमुखी तेल का आयात घटा है क्योंकि इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत काफी महंगी हुई है और उपभोक्ता किसी अन्य विकल्प को अपना रहे हैं जिन विकल्पों में मुख्य रूप से सोयाबीन तेल आता है।
एसईए के आंकड़ों के अनुसार, आरबीडी पाम तेल का आयात इस साल फरवरी में घटकर 6,000 टन रह गया, जो एक साल पहले 33,677 टन था, जबकि कच्चे पाम ऑयल (सीपीओ) का आयात पहले के 4,88,354 टन से घटकर 3,83,995 टन रह गया।
हल्के तेलों के मामले में फरवरी में सूरजमुखी तेल और सोयाबीन तेल का आयात घटकर क्रमश: 1,16,100 टन और 2,85,973 टन रह गया।
फरवरी 2020 में सूरजमुखी तेल का आयात 2,26,743 टन और सोयाबीन तेल 3,22,448 टन का हुआ था।
इंडोनेशिया और मलेशिया भारत को पाम तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश हैं।
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