विदेश की खबरें | पाकिस्तान के चरमपंथी धार्मिक समूह ने सरकार से बातचीत के बाद इस्लामाबाद की आंशिक घेराबंदी वापस ली
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. पाकिस्तान में एक चरमपंथी धार्मिक समूह के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री से बातचीत के बाद अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है। इन लोगों ने फ्रांस की एक पत्रिका में मोहम्मद पैगंबर से संबंधित कार्टून छापे जाने की निन्दा करने और फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के क्रम में दो दिन पहले राजधानी इस्लामाबाद की आंशिक घेराबंदी शुरू की थी।
इस्लामाबाद, 17 नवंबर पाकिस्तान में एक चरमपंथी धार्मिक समूह के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री से बातचीत के बाद अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है। इन लोगों ने फ्रांस की एक पत्रिका में मोहम्मद पैगंबर से संबंधित कार्टून छापे जाने की निन्दा करने और फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के क्रम में दो दिन पहले राजधानी इस्लामाबाद की आंशिक घेराबंदी शुरू की थी।
यह जानकारी मंगलवार को एक अधिकारी ने दी।
यह भी पढ़े | ट्रंप के साथ तालमेल की अनुपस्थिति में कोविड-19 से ज्यादा लोगों के मरने का खतरा- बाइडन.
मौलवी खादिम हुसैन रिजवी के संगठन तहरीक ए लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने रविवार को रावलपिंडी के मुर्री रोड पर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की थी।
दंगा पुलिस ने सोमवार को टीएलएपी के लोगों की ओर से पथराव के बाद आंसू गैस के गोले छोड़े थे। ये प्रदर्शनकारी फैजाबाद पहुंचने में कामयाब हो गए थे जो इस्लामाबाद और रावलपिंडी को आपस में जोड़ता है।
यह भी पढ़े | कमला हैरिस का अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पहला भाषण.
हालांकि रिजवी प्रदर्शन में शामिल नहीं थे, लेकिन उनके प्रतिनिधि प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे थे। इन लोगों का कहना था कि जब तक फ्रांस के राजदूत को वापस भेजने की उनकी मुख्य मांग पूरी नहीं की जाती, तब तक वे प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने धार्मिक मामलों के मंत्री नूर उल हक कादरी को प्रदर्शनकारियों से बातचीत की जिम्मेदारी सौंपी। कादरी ने गृह मंत्री एजाज अहमद शाह के साथ प्रदर्शनकारियों से बात की और उन्हें मनाने में सफल हो गए।
इस्लामाबाद के जिला आयुक्त हमजा शफाकत ने आधी रात के आसपास घोषणा की कि सभी सड़कें खोल दी गई हैं।
टीएलपी के एक प्रवक्ता ने चार सूत्री समझौते की प्रति साझा की और कहा कि सरकार फ्रांस के राजदूत के निष्कासन के मुद्दे को संसद में रखेगी तथा मुद्दे पर तीन महीने के भीतर आवश्यक कानून लाएगी।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने इस मांग को भी स्वीकार कर लिया है कि फ्रांस में पाकिस्तान अपना राजदूत नियुक्त नहीं करेगा तथा फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार करेगा और टीएलपी के हिरासत में लिए गए सभी कार्यकर्ताओं को रिहा करेगा।
हालांकि, समझौते के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ऐसी खबर है कि संगठन के 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
रावलपिंडी और इस्लामाबाद में मोबाइल फोन सेवा बहाल हो गई है जो प्रदर्शन खत्म होने का संकेत है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
Tags
संबंधित खबरें
National Computer Security Day 2024: क्यों महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय कम्प्यूटर सुरक्षा दिवस? जानें इसका इतिहास एवं साइबर से जुड़े जरूरी फैक्ट!
Zimbabwe vs Pakistan 3rd ODI 2024 Scorecard: तीसरे वनडे में पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को 99 रनों से हराया, सीरीज पर 2-1 से जमाया कब्जा; कामरान गुलाम ने जड़ा शतक
Cyclone Fengal Updates: चक्रवात 'फेंगल' का खतरा! तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश के कारण स्कूल-कॉलेज बंद
29 November 2024 Ka Panchang: आज मार्गशीर्ष शिवरात्रि व्रत! जानें आज के पंचांग में प्रदोष काल-राहुकाल तथा शुभ-अशुभ योग आदि के बारे में!
Categories
- देश वर्ग’" class="rhs_story_title_alink">