Pakistan: घर में काम करने वाले दस साल के बच्चे की प्रताड़ना से मौत
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी में बतौर घरेलू सहायक काम करने वाले 10 वर्षीय बच्चे के फ्रिज से फल निकाल कर खाने को लेकर उसके नियोक्ताओं ने उसे कथित तौर पर इतना प्रताड़ित किया कि उसकी जान चली गई.
लाहौर, 13 जुलाई : पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी में बतौर घरेलू सहायक काम करने वाले 10 वर्षीय बच्चे के फ्रिज से फल निकाल कर खाने को लेकर उसके नियोक्ताओं ने उसे कथित तौर पर इतना प्रताड़ित किया कि उसकी जान चली गई. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उसी घर में कामरान का छह वर्षीय भाई रिजवान भी सहायक के तौर पर काम करता था, जो बुरी तरह से घायल है. एक साल पहले लाहौर के डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी इलाके में रहने वाले नसरुल्ला ने दोनों भाइयों को घरेलू सहायक के रूप में नियुक्त किया था.
पुलिस जांचकर्ता मुहम्मद यूसुफ ने ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ को बताया, “मंगलवार को, नसरुल्ला, उसकी पत्नी, दो बेटों और बहू ने बिना अनुमति फ्रिज से फल निकाल कर खाने को लेकर दोनों बच्चों को बुरी तरह प्रताड़ित किया. यहां तक कि उन्होंने बच्चों को घायल करने के लिए चाकू का भी इस्तेमाल किया.” युसूफ ने कहा कि जब दोनों बच्चों की हालत बिगड़ने लगी तब नसरुल्ला ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया और मौके से फरार हो गया. उन्होंने बताया कि कामरान को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया, जबकि रिजवान की हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने नसरुल्ला समेत पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.यूसुफ ने कहा कि आरोपी दोनों बच्चों को छोटी-छोटी बातों पर प्रताड़ित करते थे, और दोनों भाइयों के शरीर पर दर्जनों घाव पाए गए. यह भी पढ़ें : न्यायालय ईडी निदेशक के कार्यकाल विस्तार के खिलाफ याचिका सूचीबद्ध करने पर विचार करेगा
उन्होंने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान नसरुल्ला ने बताया कि उन लोगों ने दोनों बच्चों को रस्सी से बांध दिया और फ्रिज से फल खाने पर प्रताड़ित किया था.’’ पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज ने घटना का संज्ञान लिया और संबंधित अधिकारियों से एक रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को रिजवान को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं.
पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. मानवाधिकार कार्यकर्ता शहरयार रिजवान ने कहा ‘‘यह असहनीय है. मासूम बच्चे के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. सरकार को इस मामले का समर्थन करने की जरूरत है ताकि अपराधी बच न सकें.’’