इस्लामाबाद, 28 नवंबर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी 'बल्ले' को अपने चुनाव चिह्न के रूप में बरकरार रखने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित 20 दिन की समयसीमा के भीतर पार्टी के आंतरिक चुनाव कराने पर सहमत हो गई है. यह जानकारी मंगलवार को मीडिया की एक खबर से मिली. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) की कोर कमेटी का यह फैसला पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के फैसले के कुछ दिनों बाद आया है.
आयोग ने अपने फैसले में कहा था कि पीटीआई के आंतरिक चुनाव पारदर्शी नहीं थे और उसने पार्टी को आदेश दिया था कि यदि वह अपना चुनाव चिह्न बरकरार रखना चाहती है तो वह नये सिरे से चुनाव कराये. तेइस नवंबर को घोषित फैसले में ईसीपी ने पार्टी को 20 दिन के भीतर नए सिरे से चुनाव कराने के लिए कहा था. पाकिस्तान में आम चुनाव 8 फरवरी को होने हैं. फैसले में, ईसीपी ने कहा कि पीटीआई पार्टी के अंदर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में विफल रही और कराए गए चुनाव आपत्तिजनक और विवादास्पद थे.
फैसले में कहा गया था, ''पीटीआई के आंतरिक चुनाव को स्वीकार नहीं किया जा सकता.'' आयोग ने उसे सात दिन के भीतर चुनाव कराने और रिकॉर्ड जमा करने का निर्देश दिया था. पीटीआई के केंद्रीय मीडिया विभाग ने कहा कि उसके सदस्यों ने कोर कमेटी की बैठक के दौरान देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल, पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों, पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे व्यवहार और आंतरिक चुनावों सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की.
बैठक में इमरान खान की अदालत में पेशी के दौरान पूरी सुरक्षा व्यवस्था की मांग भी दोहरायी गई. पीटीआई के एक प्रवक्ता ने दावा किया, ‘‘अतीत में अध्यक्ष इमरान खान की सुरक्षा एवं जीवन को खतरे में डालने की सरकार की कोशिशें किसी से छिपी नहीं हैं। उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, देश भर से लाखों कार्यकर्ता अपने प्रिय नेता का स्वागत करने के लिए अदालत जाना चाहते हैं.’’ खान, एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर होने के नाते, पीटीआई के चुनाव चिह्न बल्ले का पर्याय माने जाते हैं। खान (71) रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं और वह दर्जनों मामलों का सामना कर रहे हैं.
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