देश की खबरें | निवर्तमान सांसद डी के सुरेश और प्राज्वल रेवन्ना ने कर्नाटक में अपने नामांकन पत्र दाखिल किये

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक से जीतने वाले एकमात्र कांग्रेस उम्मीदवार डी के सुरेश और हासन से जनता दल (सेक्युलर) के निवर्तमान सांसद प्राज्वल रेवन्ना ने 26 अप्रैल को होने वाले संसदीय चुनाव के वास्ते बृहस्पतिवार को अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किये।

बेंगलुरु, 28 मार्च 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक से जीतने वाले एकमात्र कांग्रेस उम्मीदवार डी के सुरेश और हासन से जनता दल (सेक्युलर) के निवर्तमान सांसद प्राज्वल रेवन्ना ने 26 अप्रैल को होने वाले संसदीय चुनाव के वास्ते बृहस्पतिवार को अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किये।

उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख डी के शिवकुमार के भाई सुरेश (57) जब नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे तो उनके साथ रामनगर के जिला प्रभारी मंत्री रामलिंगा रेड्डी एवं अन्य नेता थे। वह बेंगलुरु ग्रामीण से एक फिर चुनाव मैदान में हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते रेवन्ना ने हासन सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है।

बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर सुरेश ने 2013 के लोकसभा उपचुनाव में पूर्व विधायक अनीता कुमारस्वामी को हराया थ। उससे पहले उस साल उनके पति एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। सुरेश 2014 और 2019 के आम चुनाव में फिर लोकसभा के लिए चुने गये।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- जनता दल सेक्युलर (जदएस) गठबंधन ने इस बार बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर मशहूर हृदय चिकित्सक तथा देवेगौड़ा के दामाद एवं कुमारस्वामी के बहनोई सी एन मंजूनाथ को चुनाव मैदान में उतारा है।

मंजूनाथ भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च की 17 सालों तक अगुवाई की थी और पिछले साल ही सेवानिवृत हुए।

शिवकुमार ने सुरेश की जीत का विश्वास जताया और कहा कि देवेगौड़ा परिवार के साथ चुनावी मुकाबला नया नहीं है।

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