ताजा खबरें | संसद की सुरक्षा में चूक मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को हुई सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सदस्यों ने बृहस्पतिवार को संसद में भारी हंगामा किया, जिसके बाद उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नयी दिल्ली, 14 दिसंबर संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को हुई सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सदस्यों ने बृहस्पतिवार को संसद में भारी हंगामा किया, जिसके बाद उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया। लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद उन्होंने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।
सभापति ने बताया कि नियम 267 के तहत उन्हें 28 नोटिस प्राप्त हुए हैं लेकिन यह स्वीकार किए जाने लायक नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने शून्य काल आरंभ कराया।
इसी दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे कुछ सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी करने लगे।
विपक्षी सदस्य ‘गृह मंत्री सदन में आओ, सदन में आकर जवाब दो’ के नारे लगा रहे थे।
विपक्षी सदस्यों के आचरण पर आपत्ति जताते हुए सभापति ने उन्हें आसन के निकट नहीं आने का बार-बार आग्रह किया।
एक बार तो उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सदस्य डेरेक ओब्रायन के आचरण को अनुशासनहीता करार दिया और उनका नाम लेते हुए उन्हें सदन से बाहर चले जाने को कहा।
इसके बावजूद सदन में हंगामा जारी रहा और ब्रायन सदन में ही रहे।
हंगामा नहीं थमता देख सभापति ने 11 बजकर 22 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कार्यवाही स्थगित करने से पहले सभापति ने विपक्ष के नेता और सभी दलों के सदन के नेताओं को अपने कक्ष में चर्चा के लिए बुलाया।
संसद की सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए, नारेबाजी करने लगे और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया।
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ और कुछ अन्य नारे लगाए।
लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक की जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले छह लोग देश के अलग-अलग शहरों से हैं और इन्होंने ‘मैसेजिंग प्लेटफॉर्म’ के जरिए बातचीत कर इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची, जिसके लिए ये लोग हरियाणा के गुरुग्राम में एक फ्लैट में एकत्र हुए।
लोकसभा में यह घटना अपराह्न करीब 1:01 बजे हुई जब भारतीय जनता पार्टी के सदस्य खगेन मुर्मू शून्यकाल के दौरान एक मुद्दा उठा रहे थे।
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