देश की खबरें | अपराधियों के लिये 'सद्भावना ट्रेन' नहीं बल्कि 'बुलेट ट्रेन' चलेगी : मुख्यमंत्री

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में बुधवार को बारिश के दौरान मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति और उसकी पत्नी पर सड़क पर भरा पानी उछालने और महिला को खींचकर गिराने के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि इस घटना के अपराधियों के लिये 'सद्भावना ट्रेन' नहीं बल्कि 'बुलेट ट्रेन' चलेगी।

लखनऊ, एक अगस्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में बुधवार को बारिश के दौरान मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति और उसकी पत्नी पर सड़क पर भरा पानी उछालने और महिला को खींचकर गिराने के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि इस घटना के अपराधियों के लिये 'सद्भावना ट्रेन' नहीं बल्कि 'बुलेट ट्रेन' चलेगी।

मुख्यमंत्री के आदेश पर इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ-साथ संबंधित पुलिस उपायुक्त समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पद से हटा दिया गया।

आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में कहा, ''कल की जो गोमती नगर की घटना है उसमें भी हम लोगों ने जवाबदेही तय की है। उसके अपराधियों की सूची भी मेरे पास आई है। पहला अपराधी पवन यादव है और दूसरा अपराधी है मोहम्मद अरबाज।''

उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा, ''यह सद्भावना वाले लोग हैं? यानी अब इनके लिए सद्भावना ट्रेन चलाएंगे?.... नहीं इनके लिए बुलेट ट्रेन चलेगी। चिंता मत करो और उस बुलेट ट्रेन की तैयारी की जा रही है। महिला सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च महत्व रखती है। हमने इस बात को पहले दिन कहा था कि कोई खिलवाड़ करेगा तो उसका खामियाजा भुगतेगा।''

इससे पहले, मुख्यमंत्री के आदेश पर इस घटना के सिलसिले में बृहस्पतिवार को चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ-साथ संबंधित पुलिस उपायुक्त समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पद से हटा दिया गया।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां जारी बयान में बताया कि इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिये अपराध शाखा की टीम को भी जिम्मेदारी दी गयी है।

बयान के मुताबिक आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) प्रबल प्रताप सिंह, सहायक पुलिस उपायुक्त अमित कुमावत और गोमतीनगर के सहायक पुलिस आयुक्त अंशु जैन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, जबकि गोमतीनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार पांडेय, समतामूलक चौकी प्रभारी ऋषि विवेक, दारोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

बयान में बताया गया कि इस मामले में अराजक तत्वों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार देर रात दो आरोपियों पवन यादव और सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों अरबाज और विराज साहू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

लखनऊ के पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि राजधानी में बुधवार तेज बारिश के बाद ताज होटल के निकट गोमतीनगर थाना क्षेत्र में बने अंडरपास के पास जल भराव हो गया। इस दौरान कुछ अराजक तत्वों द्वारा अंडरपास से गुजरने वाले राहगीरों के साथ आपत्तिजनक गतिविधियां करने की सूचना का संज्ञान लेते हुए गोमतीनगर में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी।

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 3(5), 272, 285 और 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने/ लज्जाभंग) के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।

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