दिनहाटा/नाताबाड़ी (पश्चिम बंगाल), दो अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दावा किया कि वह नंदीग्राम सीट से चुनाव जीत रही हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ने के बारे में मोदी की ‘‘सलाह’’ नहीं चाहिए।
मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा था कि बनर्जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन ‘अफवाहों’ में कितनी सच्चाई है कि वह अंतिम चरण के चुनाव के लिए किसी अन्य सीट से नामांकन दाखिल करने जा रही हैं। उनका कहना था कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने नंदीग्राम से हार स्वीकार कर ली है।
बनर्जी ने उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताना चाहती हूं कि पहले अपने गृह मंत्री को काबू कीजिए, इनके बाद हमें नियंत्रित करने की कोशिश कीजिएगा। हम आपकी पार्टी के सदस्य नहीं हैं जो आप हमें नियंत्रित कर लेंगे।’’
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह केंद्रीय बलों को प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं आपकी पार्टी की सदस्य नहीं हूं जो आप मुझे दूसरी सीट से चुनाव लड़ने का सुझाव देंगे। मैंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है और वहीं से जीतूंगी।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को उलुबेरिया में रैली के दौरान दावा किया था नंदीग्राम में अपनी हार सुनिश्चित देख ममता बनर्जी किसी और सुरक्षित सीट की तलाश कर रही हैं।
मोदी ने कहा था कि वह किसी भी सीट से चुनाव लड़ने जाएं, बंगाल के लोग तैयार बैठे हैं।
यहां रैली से अपनी उत्तर बंगाल की यात्रा की शुरुआत करने वाली बनर्जी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग चुनाव नहीं करा रहा बल्कि गृह मंत्री अमित शाह चुनाव करा रहे हैं।
तृणमूल प्रमुख ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को भयभीत करने के लिए केंद्रीय बलों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
बनर्जी ने कहा,‘‘ मुझे 200 से अधिक सीटें चाहिए, क्योंकि इससे कम का मतलब है कि वे (भाजपा) ‘गद्दारों’ को खरीद लेंगे।’’
बनर्जी ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी के लिए मतदान एजेंट के तौर पर महिलाओं समेत ऐसे मजबूत लोगों की आवश्यकता है जोकि किसी भी तरह भयभीत नहीं होंगे और ना ही लालच में आएं।
वहीं, कूचबिहार के ही नाताबाड़ी में मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु के नेताओं ने द्रमुक नेता एम के स्टालिन के रिश्तेदारों पर आयकर विभाग के छापों के संबंध में उनसे संपर्क किया और दावा किया कि यह सब अमित शाह के इशारे पर किया गया। तमिलनाडु में छह अप्रैल को मतदान होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा इसी तरह की कार्रवाई बंगाल में भी की गई थी।
अलीपुरद्वार में में लोगों को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने दावा किया कि असम में बंगाली बोलने वाले 14 लाख निवासियों का नाम एनपीआर से हटा दिया गया।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में ऐसा करने की भाजपा की योजना थी।
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