नयी दिल्ली, 3 जून : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बृहस्पतिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने कभी किसी राज्य के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया और उनकी पार्टी ने हमेशा तेलंगाना के गठन का समर्थन किया है. तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस के मौके पर यहां आयोजित एक समारोह में शाह ने कहा कि अलग तेलंगाना राज्य इस तरह बनाया गया कि इससे कटुता बढ़ी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले आठ साल में तेलंगाना में 2,52,202 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. शाह ने कहा, ‘‘हमने विभिन्न मदों के तहत पैसा भेजा. तेलंगाना हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से हमें राज्य से बहुत ज्यादा समर्थन नहीं मिला.’’
गृह मंत्री ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो 17 सितंबर को 'मुक्ति दिवस' के रूप में मनाया जाएगा क्योंकि इस दिन राजशाही शासन वाले हैदराबाद का भारत में विलय हुआ था. उन्होंने कहा कि देश सरदार पटेल का ऋणी है क्योंकि अगर वे प्रयास नहीं करते तो शायद भारत का नक्शा ऐसा नहीं होता, जैसा आज है. शाह ने ए सीताराम राजू, रामजी गौड़, कुमारम भीम समेत तेलंगाना क्षेत्र से संबंध रखने वाले कई ऐसे प्रमुख लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम का जिक्र किया, जिन्होंने निजाम के खिलाफ संघर्ष किया. यह भी पढ़ें : Champawat By-Eelection Result: चंपावत में वोटों की गिनती शुरू, CM धामी कांग्रेस प्रत्याशी से चल रहे हैं आगे
उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव और स्वामी रामानंद तीर्थ की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया.
शाह ने कहा कि इस तरह का दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार तेलंगाना के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रही है जो सच्चाई नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधते हुए उनसे सच बोलने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "भले ही आप हर समय सच नहीं बोल सकते, लेकिन कभी-कभी आपको ऐसा बोलना चाहिए.’’ संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने भी राव पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उनके आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.