देश की खबरें | वायनाड आपदा राहत के लिए केंद्र से कोई विशेष सहायता नहीं मिली: केरल के मुख्यमंत्री

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने वायनाड भूस्खलन के बाद वहां राहत और पुनर्वास कार्य के लिए राज्य को कोई विशेष सहायता या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की।

तिरुवनंतपुरम, तीन अक्टूबर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने वायनाड भूस्खलन के बाद वहां राहत और पुनर्वास कार्य के लिए राज्य को कोई विशेष सहायता या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की।

इस भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

विजयन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र ने राहत एवं पुनर्वास कार्य के लिए सहायता देने का वादा किया था, लेकिन आज तक उसने कोई वित्तीय सहायता नहीं दी है।

उन्होंने कहा कि राज्य ने एसडीआरएफ में केंद्र के हिस्से के अतिरिक्त 219.2 करोड़ रुपये की तत्काल वित्तीय सहायता मांगी थी, लेकिन आज तक ऐसी कोई सहायता नहीं मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अक्टूबर को प्रेस सूचना ब्यूरो की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार केंद्र ने राज्य आपदा मोचन कोष (एसडीआरएफ) में अपने कुल हिस्से 291.2 करोड़ रुपये में से 145.6 करोड़ रुपये की पहली किस्त मंजूर कर दी है तथा इतनी ही राशि की दूसरी किस्त अग्रिम के रूप में स्वीकृत कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है और आपदा राहत के तहत दी जाने वाली विशेष वित्तीय सहायता नहीं है।

उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि इसलिए मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को यह मामला केंद्र के ध्यान में लाने तथा उससे यथाशीघ्र उचित सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध करने का निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल ने वायनाड भूस्खलन में अपने माता-पिता दोनों को खोने वाले छह बच्चों को 10-10 लाख रुपये तथा इस आपदा में अपने माता-पिता में से किसी एक को खोने वाले आठ बच्चों को पांच-पांच लाख रुपये देने का भी निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में मेप्पाडी पंचायत के नेदुम्बाला एस्टेट और कलपेट्टा नगर पालिका के एलस्टोन एस्टेट में एक मॉडल टाउनशिप के निर्माण का भी निर्णय लिया गया है, क्योंकि इन्हें भूस्खलन आपदा के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए सबसे उपयुक्त पाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में जिन परिवारों ने अपने घर और जमीन खो दी है, उनका पहले चरण में पुनर्वास किया जाएगा और उसके बाद उन लोगों का पुनर्वास किया जाएगा जिनके घर रहने लायक नहीं हैं।

विजयन ने बताया कि इसके अलावा मंत्रिमंडल ने श्रुति को सरकारी नौकरी देने का भी फैसला किया है। श्रुति ने वायनाड आपदा में अपना पूरा परिवार खो दिया था और बाद में एक सड़क दुर्घटना में उनके मंगेतर की भी मौत हो गयी थी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने कर्नाटक के शिरूर में भूस्खलन में मारे गए कोझिकोड निवासी अर्जुन के परिवार को सात लाख रुपये देने का भी फैसला किया है।

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