अहमदाबाद, 30 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में ऐसे नए शहरों का निर्माण किया जा रहा है जो ‘‘ग्लोबल बिजनेस डिमांड’’ (वैश्विक व्यापार मांग) के अनुरूप हों। इसके साथ ही पुराने शहरों में सुधार और उनके विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
गांधीनगर-अहमदाबाद की तर्ज पर देश में नगरद्वय विकसित किए जाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को देश के शहरों से नई गति मिलने वाली है।
तेज विकास के लिए गति को महत्वपूर्ण कारक करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि निर्बाध संपर्क के साथ ही परिवहन तंत्र आधुनिक भी होने चाहिए।
गांधीनगर-मुंबई के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नए और उन्नत संस्करण को हरी झंडी दिखाने और अहमदबाद मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के उद्घाटन के बाद यहां आयोजित एक कार्यक्रम को मोदी संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी के भारत को देश के शहरों से नई गति मिलने वाली है। बदलते हुए समय और बदलती हुई जरूरतों के साथ अपने शहरों को भी निरंतर आधुनिक बनाना जरूरी है। शहर में परिवहन का तंत्र आधुनिक हो, निर्बाध संपर्क हो और यातायात का एक साधन दूसरे को सहयोग करे, ये किया जाना आवश्यक है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘पुराने शहरों में सुधार और उनके विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ ऐसे नए शहरों को भी तैयार किया जा रहा है, जो ग्लोबल बिजनेस डिमांड के अनुसार हों। गिफ्ट सिटी भी इस प्रकार के प्लग एंड प्ले सुविधाओं वाले शहरों का बहुत उत्तम उदाहरण है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत गति को जरूरी मानता है और इसे तेज विकास की गारंटी भी मानता है तथा गति को लेकर यह आग्रह आज गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान में भी दिखता है, नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी में भी दिखता है और रेलवे की गति को बढ़ाने के अभियान में भी स्पष्ट होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नगरद्वय कैसे विकसित किए जाते हैं, इसका बेहतर उदाहरण गांधीनगर और अहमदाबाद हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में ऐसे नगरद्वय के निर्माण की बुनियाद रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि नगरद्वय के रूप में न्यूयॉर्क-न्यू जर्सी की अक्सर चर्चा होती है, ऐसे में भारत कैसे पीछे रह सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास नगरद्वय के रूप में गांधीनगर-अहमदाबाद का मॉडल है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच शुरु हुई वंदे भारत ट्रेन देश के दो बड़े शहरों के बीच सफर को आरामदायक भी बनाएगी और दूरी को भी आठ घंटे से घटा कर साढ़े पांच घंटे कर देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘शताब्दी ट्रेन भी छह से सात घंटे तक का समय लेती है लेकिन वंदे भारत साढ़े पांच घंटे में अहमदाबाद से मुंबई पहुंचा देगी। धीरे-धीरे इसमें और भी सुधार किए जाएंगे।’’
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