देश की खबरें | नीट-स्नातक प्रश्नपत्र लीक : सीबीआई ने मुख्य आरोपी समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. सीबीआई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रमुख आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मुख्य आरोपी ने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराया था।
नयी दिल्ली, 16 जुलाई सीबीआई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रमुख आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मुख्य आरोपी ने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराया था।
उन्होंने बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लीक, प्रतिरूपण और अन्य अनियमितताओं से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या अब 14 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया है, जिसने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र कथित तौर पर चुराया था।
उन्होंने बताया कि बोकारो के रहने वाले कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर कुमार को प्रश्नपत्र चुराने में मदद की थी।
अधिकारियों ने बताया कि सिंह को विस्तृत पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने मामले के सिलसिले में हजारीबाग स्थित राज गेस्ट हाउस को भी “अस्थायी रूप से सील” कर दिया है।
एजेंसी पहले ही हजारीबाग से एक हिंदी अखबार के पत्रकार जमालुद्दीन अंसारी और ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य एहसानुल हक और उप प्रधानाचार्य इम्तियाज आलम को गिरफ्तार कर चुकी है। हक और आलम को जिले में एनटीए द्वारा कथित तौर पर समन्वयक नियुक्त किया गया था।
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने पहले एक बयान में कहा था कि लीक हुआ नीट-यूजी प्रश्नपत्र कथित तौर पर कुख्यात संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया ‘सॉल्वर’ गिरोह द्वारा हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से प्राप्त किया गया था।
इसमें कहा गया था कि जांचकर्ताओं ने पटना स्थित ‘सुरक्षित पनाहगाह’ से बरामद आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र का मिलान एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र से किया, जिससे लीक की पुष्टि हुई।
अधिकारियों ने बताया कि यह हालांकि स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है कि पर्चे को कथित रूप से लीक किये जाने के पीछे कौन था।
मीडिया को दिए साक्षात्कार में हक ने कहा कि प्रश्नपत्र वाला बक्सा इसलिए नहीं खुला क्योंकि उसका डिजिटल लॉक, जो स्वचालित रूप से खुल जाना चाहिए था, खराब हो गया था।
इसके बाद उन्होंने एनटीए से संपर्क किया, जिसने उन्हें बॉक्स खोलने के लिए ‘कटर’ का उपयोग करने को कहा।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही एजेंसी ने छह प्राथमिकी दर्ज की हैं। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी प्राथमिकी, नीट-स्नातक 2024 में कथित अनियमितताओं की “व्यापक जांच” से संबंधित है।
नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)